
केजरीवाल सरकार की कैबिनेट में ये स्कीम पास हो गई है। इसके बाद इसे एलजी के पास भेजा जाएगा। जैसे ही एलजी इसे हरी झंडी देंगे, ये स्कीम लागू हो जाएगी। इस स्कीम के तहत हादसे के बाद विक्टिम को सिर्फ सरकारी नहीं प्राइवेट अस्पताल में भी ले जाया जा सकेगा, जिसका खर्च सरकार उठाएगी। अब तक पैसे की वजह से लोग हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से कतराते थे। हालांकि, ज्यादातर मामलों में पुलिस या फिर कभी-कभी वहां पर मौजूद लोग पीड़ित को सरकारी अस्पताल पहुंचाते थे, जहां ज्यादा भीड़ होने की वजह से इलाज में देरी होती थी।
इससे पीड़ित व्यक्ति के जान को खतरा हो जाता था लेकिन नए स्कीम के लागू हो जाने के बाद व्यक्ति को बिना किसी परेशानी के प्राइवेट अस्पताल में भी भर्ती करवा सकेंगे, जिसका पूरा खर्च दिल्ली सरकार वहन करेगी। दिल्ली में हर साल करीब 8 हजार एक्सीडेंट होते हैं जिसमें करीब 15 से 20 हजार लोग इसके चपेट में आते हैं। दिल्ली में एक्सीडेंट में दुर्भाग्यवश सालाना 1600 लोगों की मौत हो जाती है।