
करणी सेना ने दी थीं हिंसक धमकियां

पत्थर पर लिखा है चेतन तांत्रिक, आखिर कौन है ये?
नाहरगढ़ किले में जिस युवक का शव लटकता हुआ मिला है उसके पास पत्थर पर तांत्रिक चेतन राघव लिखा हुआ है। मलिक मोहम्मद जायसी के महाकाव्य पदमावत में तांत्रिक चेतन का जिक्र है। तांत्रिक चेतन राघव चित्तौड़गढ़ के राजा रतनसेन के दरबार में हुआ करता था। एक बार उसकी तंत्र विदया से आहत होकर राजा ने उसे दरबार से बाहर कर दिया था और देश निकाला दे दिया था। तांत्रिक ने पूर्णिमा की रात पहले ही तंत्र विद्या से पूर्णिमा का चांद दिखा दिया था। इससे पंडितों के साथ साथ राजा रतनसेन भी नाराज हुए थे जो तंत्र विदया के खिलाफ थे। देश निकाले के बाद तांत्रिक चेतन राघव उलाऊद्दीन खिलजी के दरबार में पहुंचा था।
वहां उसने खिलजी को रानी पदमावती की सुंदरता का बखान किया। जायसी की पदमावत के अनुसार चेतन राघव ने जिस तरह से रानी पदमावती की सुंदरता के बारे में विस्तार से खिलजी को बताया था उसके बाद ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी और उसने चित्तौड़गढ़ के किले पर हमला किया। राजपूत समाज के लोग चेतन तांत्रिक को बहुत बड़ा दोषी मानते हैं। उनके मुताबिक चेतन तांत्रिक की वजह से ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी, और उसन किले पर हमला किया था।
पुलिस के हाथ पांव फूले
किले पर लटकी लाश और पत्थरों पर लिखे संदेश को लेकर पुलिस के हाथ पांच फूल गए हैं। मृत युवक की शिनाख्त नहीं हुई है। पुलिस को डर है कि शिनाख्त होने के बाद हालात गंभीर ना हो जाएं। पुलिस का कहना है कि यह एक षडयंत्र हो सकता है या फिर आत्महत्या भी। फिलहाल पुलिस कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं है। वो बस स्थिति को नियंत्रित करना चाहती है।