
बुधवार शाम सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने पेद्दार रोड स्थित एनडीएफसी (नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन) में फिल्म देखी और तय किया कि इसे देखने के लिए सिनेमाघरों में सिर्फ 18 साल और उससे ज्यादा उम्र की ऑडियंस को ही एंट्री मिल पाएगी। सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म को बिना कट पास किया गया है। हालांकि, मेकर्स को इस बात का अंदाजा नहीं था कि बोर्ड उनकी फिल्म को A सर्टिफिकेट देगा। वे इसके लिए U/A सर्टिफिकेट चाहते थे, ताकि ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस फिल्म देख सके।
फिल्म के प्रोड्यूसर मेहुल गौर ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बातचीत में कहा, "हमें A सर्टिफिकेट मिला है। हालांकि, हम U/A सर्टिफिकेट चाहते थे। हमें नहीं मालूम कि क्यों सेंसर बोर्ड एक हॉट सीन काटना चाहता था?फिल्म में किसिंग सीन्स को लेकर मेहुल ने कहा, "जी हां, ऐसे कुछ सीन्स हैं, लेकिन वे जबर्दस्ती नहीं घुसाए गए। वे कहानी की मांग के चलते डाले गए हैं।