
टिकट की आस लगाकर न बैठें
इसके पहले कांग्रेस प्रभारी बावरिया कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग, युवा कांग्रेस एवं छात्र संगठन के पदाधिकारियों की बैठक ली। वह 25 नवम्बर तक प्रदेश प्रवास पर हैं। उन्होंने चुनाव की नजदीकियों को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न पदाधिकारियों की 2 वर्ष के कार्यों की समीक्षा करते हुए पद पर बने रहकर गंभीरता से कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में टिकट की आस में न रहे बल्कि संगठन के लिए काम करने की ललक अपने अंदर रखें। टिकट किसे मिलेगा और किसे नहीं यह आने वाले वक्त में तय किया जाएगा। लेकिन टिकट से पहले पार्टी को मजबूत करने के बारे में सोचें।
गाड़ी का एक भी घोड़ा नहीं रुकना चाहिए
उन्होंने कहा कि सक्रियता से कार्य करने वाले को चुनाव में टिकिट भले ही न मिले, पार्टी में उसको आगे अवसर जरूर मिलेगा। गाड़ी का एक भी घोड़ा रुक जाने पर गाड़ी नहीं चल सकती तर्ज पर उन्होंने कांग्रेसजनों को समझाइश दी कि हम सभी को एक साथ चलने की आवश्यकता है, तभी हम आगे बढ़ सकते हैं, भ्रष्टाचारियों, फरेबियों की सरकार से मुकाबला कर सकते हैं। भाजपा बाबा साहेब के सपनों को चकनाचूर करने का काम कर रही है, कांग्रेस के इतिहास को मिटा देना चाहती है।
इन मुद्दों पर करेंगे काम
दीपक बावरिया ने कहा कि भाजपा कांटेक्ट, फिक्स वेतन और आउट सोर्सिंग के माध्यम से काम कराकर सरकारी नौकरियों को समाप्त कर देना चाहती है। महंगी शिक्षा से गरीब, मजदूर वर्ग उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे हैं। प्रदेश प्रभारी ने प्रदेश में महिला उत्पीड़न, सरकार की किसानों विरोधी नीतियों-आत्महत्या, अल्पवर्षा-अतिवर्षा, सूखा और कटनी जिले में राज्यमंत्री संजय पाठक और उनके पुत्र द्वारा फैलाये जा रहे आतंक को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा बनायी गई महत्वपूर्ण कमेटियों का जिक्र करते हुए कहा कि इसे लेकर संबंधित सभी जिलों में पार्टीजन आक्रामक हो।