SDOP ने वाट्सएप ग्रुप गंदा वीडियो डाला, कलेक्टर ग्रुप छोड़कर भाग गए

शिवपुरी। वाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने वाली शिवपुरी पु​लिस में अब सन्नाटा पसरा हुआ है क्योंकि शिवपुरी के एसडीओपी जीडी शर्मा के मोबाइल से एक वाट्सएप ग्रुप में गंदा वीडियो वायरल हो गया है। इस वाट्सएप ग्रुप में कलेक्टर शिवपुरी समेत पुलिस की एक प्रतिष्ठित महिला अधिकारी भी शामिल हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जैसे ही सवालों का सिलसिला शुरू हुआ, कलेक्टर वाट्सएप ग्रुप छोड़कर चले गए। एसडीओपी का कहना है कि उनका मोबाइल मंगलवार को कहीं गिर गया था। बुधवार को किसने वीडियो डाल दिया उन्हे नहीं पता लेकिन कुछ सवाल अधूरे हैं जिनके जवाबों की तलाश एसडीओपी को उलझा सकती है। 

जानकारी के अनुसार शहर के पत्रकार रिंकू जैन ने हर खबर पर सबकी नजर नाम से एक वाट्सएप ग्रुप बनाया। जिसमें शहर के पत्रकारों सहित जनप्रतिनिधि कलेक्टर यहां तक की एक प्रतिष्ठित महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। इसी ग्रुप ने आज शाम एसडीओपी जीडी शर्मा ने मोबाईल नंबर 9826776409 से एक अश्लील वीडियो पोस्ट हुआ। वीडियो के पोस्ट होते ही ग्रुप में मौजूद कुछ पत्रकारों ने उस पर प्रतिक्रिया दी। इसी बीच ग्रुप में बहस छिड़ गई। इस बहस के बीच कलेक्टर सहित कई अधिकारी इस ग्रुप से लेफ्ट हो गए। 

एसडीओपी की मासूम प्रतिक्रिया
शिवपुरी के अखबारों में एसडीओपी की मासूम प्रतिक्रिया प्रकाशित हुई है। कमोवेश शिवपुरी के प्रतिष्ठित अखबारों में शब्दश: एक जैसी खबर प्रकाशित हुई है। एसडीओपी की प्रतिक्रिया में लिखा गया है कि उनका फोन मंगलवार को कहीं गायब हो गया था। उसके बाद से बंद आ रहा है। बुधवार को किसने वीडियो डाला उन्हे नहीं पता। 

कुछ बिन्दु जिनकी जांच जरूरी है
सवाल यह है कि यदि फोन मंगलवार को गिर गया था तो उसकी मिसिंग रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई जबकि एसडीओपी स्तर का पुलिस अधिकारी भली भांति जानता है कि मिसिंग फोन का कुछ भी मसयूज हो सकता है। आतंकवादी गतिविधियों में भी उसका उपयोग किया जा सकता है। 

मामला जांच के योग्य हो गया है। एसपी शिवपुरी को शिकायत का इंतजार किए बिना अखबारों में छपी खबरों के आधार पर जांच शुरू करवानी चाहिए। सबसे पहले एसडीओपी के मोबाइल की जीपीएस ट्रेकिंग रिकॉर्ड देखना चाहिए। पता चल जाएगा मोबाइल किसकी जेब में और कहां उपस्थित था। 

सवाल यह भी है कि जब किसी अज्ञात व्यक्ति ने एसडीओपी के फोन से अश्लील वीडियो वायरल कर दिया तब एसडीओपी ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाई। समाचार लिखे जाने तक ऐसी किसी भी एफआईआर की खबर सामने नहीं आई है। 

देखना यह है कि लगभग सभी मामलों में नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन देने वाले एसपी शिवपुरी क्या इस मामले में नियमानुसार अपना धर्म निभा पाएंगे। देखना यह भी है कि निष्पक्ष पत्रकारिता का दावा करने वाले कितने पत्रकार जो इस वाट्सएप ग्रुप में जुड़े थे, वैसी ही आवाज उठाते हैं जैसी कि पहले कभी उठाई गई थी। 

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