भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों सपरिवार अमेरिका की यात्रा पर हैं। दस्तावेजों में दर्ज किया गया है कि वो अमेरिकी कारोबारियों से मध्यप्रदेश में निवेश लेने के लिए गए हैं। वहां से करोड़ों के कारखाने लाएंगे जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद हैं। उल्लेखनीय तो यह है कि कुछ दिनों पहले भोपाल में फूल की दुकान खोलने वाले शिवराज सिंह के चिरंजीव कार्तिकेय सिंह भी उनके साथ हैं। सवाल यह है कि कार्तिकेय वहां क्या करने गए हैं।
सवाल इसलिए उठाया जा रहा है कि क्योंकि फूल की छोटी सी दुकान खोलकर कार्तिकेय सिंह ने अपना अस्तित्व अपने पिता से अलग कर लिया था। घोषित हुआ था कि वो अपनी पहचान बना रहे हैं और जमीन से जुड़े हुए युवा हैं। एक छोटा सा स्टार्टअप शुरू करने के बाद उनके लिए कहा गया था कि वो अपने पिता के पद और प्रभाव का उपयोग नहीं करते। इससे पहले तक यह दावे किए जा रहे थे कि कार्तिकेय को सीएम शिवराज सिंह अपने उत्तराधिकारी के तौर पर तैयार कर रहे हैं। फूल की दुकान वाली खबर ने सभी दावों का खंडन कर दिया था।
याद दिला दें कि अगस्त 2017 के लास्ट वीक कार्तिकेय ने बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान के ठीक सामने इंदिरा मार्केट में 10X10 की दुकान में फूल और गुलदस्तों का कारोबार शुरू किया था। दुकान का नाम ‘सुंदर फ्लोरिका' रखा गया। उन दिनों कहा गया था कि कार्तिकेय ने अपनी अलग लाइन खींच ली है। उन दिनों फूल की दुकान के कारण कार्तिकेय देश भर की सुर्खियों में आए थे।
कार्तिकेय सिंह चौहान के बारे में
21 साल के कार्तिकेय, शिवराज सिंह चौहान के छोटे बेटे हैं।
पुणे के मशहूर सिंबोसिस कॉलेज से कानून की पढ़ाई की है।
पहले भी कई बार राजनीति में आने के संकेत दे चुके हैं।
2013 के विधानसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा क्षेत्र में वह अपने पिता शिवराज सिंह चौहान के लिए प्रचार कर चुके हैं।
जनता के बीच वह खुद को विकास के लिए काम करने वाले शख्स के तौर पर दिखाते आए हैं।
कार्तिकेय भरी भीड़ में भाषण देने की कला सीख चुके हैं।
राजनीति में उनकी प्रारंभिक ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है।
नर्मदा सेवा यात्रा में सीएम शिवराज सिंह के साथ कार्तिकेय भी दिखाई दिए थे।
माना गया था कि कार्तिकेय ने राजनीति की मुख्यधारा को ज्वाइन कर लिया है।