
स्थानीय निवासी अंशु कदम ने बताया कि उन्होंने गुप्ता किराना स्टोर्स से बाबा रामदेव की दंत कांति मंजन खरीदा था। जब इसे घर जाकर खोला तो इसमें खुजली की दवा थी। उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत कलेक्टर गुना से जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान मौजूद सभी आम नागरिकों एवं अधिकारियों के सामने की। कलेक्टर ने अधिकारियों को मामले की जांच के लिए कहा। खुजली की जो दवा दंत क्रांति के पैकिंग में निकली है। वह सरकारी सप्लाई है। उसे अस्पताल में नि:शुल्क मरीजों को दी जाती है।
बता दें कि बाबा रामदेव ने अपने टूथपेस्ट के विज्ञापन में कोलगेट और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी दिग्गज मल्टीनैशनल कंपनियों पर हमला किया है। इसका असर भी हुआ है और उनकी बिक्री में थोड़ी कमी आई है परंतु डाबर जैसी स्वदेशी कंपनियों को घर बैठे ही फायदा हो गया। इन कंपनियों के टूथपेस्ट की बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया है। दरअसल, रामदेव के अभियान से लोगों में स्वदेशी के प्रति रुझान बढ़ा है। वो पतंजलि के अलावा दूसरी कंपनियों के उत्पाद भी रुचि से खरीद रहे हैं।