
उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि मैंने तीन साल से मंत्रालय में काम करते हुए रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून और पसीना एक किया है। दूसरे ट्वीट में लिखा है, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में सभी एरिया में काम करते हुए अभूतपूर्व निवेश और मील के पत्थर स्थापित करने के लिए सिस्टेमिक रिफॉर्म के माध्यम से दशकों पुराने नेगलीजेंस को खत्म करने की कोशिश की'
तीसरे ट्वीट में लिखा है कि नए भारत की कल्पना पीएम मोदी ने की है और इसकी जरूरत है मॉडर्न और बेहतर रेलवे। मैं वादा करता हूं कि जिस पथ पर रेलवे चल रही है वही रास्ता है।अपने अगले ट्वीट में लिखा कि मुझे इस दुर्भाग्यशाली दुर्घटना में हुई मौतों और लोगों को आई चोटों को लेकर बेहद दुखी हूं। इससे मुझे गहरा आघात लगा है। इसकी पूरी जिम्मेदारी लेते हुए मैंने पीएम मोदी से मिलकर अपने इस्तीफे की पेशकश की है। पीएम मोदी ने मुझे इंतजार करने के लिए कहा है।I met the Hon'ble Prime Minister @narendramodi taking full moral responsibility. Hon’ble PM has asked me to wait. (5/5)— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) 23 अगस्त 2017
रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने दिया इस्तीफा
सुरेश प्रभु से पहले रेवले बोर्ड चेयरमैन एके मित्तल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को भी इन्हीं रेल हादसों से जोड़कर देखा जा रहा है।