ग्वालियर। भले ही विधानसभा में कांग्रेस की सीटें लगातार कम होती जा रहीं हैं परंतु पार्टी में कुर्सी की लड़ाई बदस्तूर जारी है। कुर्सी के कांग्रेसी कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ते हैं। एक बार फिर वही नजारा देखने को मिला। मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियों की सच्चाई बताने के लिए कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना अपनी बात रखने पहुंचे थे। उनके पहुंचने से पहले ही विधायक इमरती देवी, ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर, पूर्व शहर अध्यक्ष अशोक शर्मा व मुन्नाालाल गोयल कुर्सियों पर जाकर बैठ गए।
कुलदीप कौरव ने प्रवक्ता श्री सक्सेना और शहर जिला आंदोलन समिति के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल के लिए कुर्सी छोड़ने को कहा। इस पर विवाद हो गया। फिर श्री अग्रवाल वहां पहुंचे और प्रवक्ता के लिए कुर्सी खाली करने को कहा। इस पर श्री शर्मा व श्री राठौर से विवाद हो गया।
मामला शांत कर कार्यकर्ताओं ने दो कुर्सियां आगे रख दीं। उन पर श्री सक्सेना व श्री अग्रवाल बैठ गए। पहले से बैठे हुए कांग्रेसी पीछे ही रह गए। यह देख इमरती देवी व मुन्नाालाल ने अपनी कुर्सी दोनों पदाधिकारियों के पास कर लीं। कुल मिलाकर इस पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता रवि सक्सेना ने क्या कहा, इससे ज्यादा चर्चा इस बात की हो गई कि कुर्सी के लिए कौन कौन लड़ा।