
अब सुखोई-7 भी आएगा
श्रीमती माया सिंह ने सेनाओं के इतिहास की जानकारी एवं प्रदेशवासियों की प्रेरणा हेतु राजधानी के शौर्य स्मारक में भी भारतीय वायु सेना के विमान की स्थापना हेतु एयर मार्शल श्री सिन्हा से आग्रह किया जिस पर तत्काल ही श्री सिन्हा ने शौर्य स्मारक में सुखोई-7 विमान उपलब्ध कराने हेतु आश्वस्त किया। इस अवसर पर एयर वाईस मार्शल श्री राजेश इस्सर, एयर कमोडोर श्री एच.ए. राठेर, निगम के अपर आयुक्त श्री एम.पी.एस. अरोरा, महापौर परिषद के सदस्य श्री कृष्ण मोहन सोनी, श्री सुरेन्द्र बाड़ीका, श्री महेश मकवाना, श्री दिनेश यादव, श्री शंकर मकोरिया, जोन अध्यक्ष श्री राजेश खटीक, पार्षद श्रीमती मीना यादव, श्रीमती शमीम नासिर, श्री लीलाकिशन माली सहित बड़ी संख्या में सेना के अधिकारी, गणमान्य नागरिक व निगम अधिकारी मौजूद थे।
लड़ाकू विमान मिग-21 की कहानी

मिग-21 विशेषता
एक शक्तिशाली इंजन के साथ इसकी अधिकतम गति किमी / घंटा 1900 है। यानि से हवा से भी तेज गति से उड़ता है। आपकी सामान्य आखें इसे उड़ते हुए देख ही नहीं सकतीं। यह पूरी तरह अपने पायलट के नियंत्रण में रहता है और लक्ष्य को भेदने की अचूक क्षमता रखता है। यह आसमान में हजारों किलोमीटर की ऊंचाई से अचानक नीचे की तरफ गिराया जा सकता है और जमीन से कुछ सैंकड़ा मीटर की ऊंचाई से फिर उड़ाया जा सकता है। यह टारगेट के बहुत पास आकर भी नष्ट कर देता है और बहुत दूर से भी इसका निशाना अचूक है।