नईदिल्ली। NATIONAL ELIGIBILITY CUM ENTRANCE TEST की नई एजलिमिट पॉलिसी के खिलाफ देश भर में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। वो आयुसीमा बंधन में बंधना नहीं चाहते। उनका कहना है कि यह नियम छात्रहित में नहीं है। इससे कई छात्रों का करियर बर्बाद हो जाएगा। बता दें कि इस साल से NEET एग्जाम के लिए एज लिमिट 17 से 25 साल कर दी गई है साथ ही तय किया गया है कि एक छात्र अधिकतम 3 बार ही परीक्षा में शामिल हो सकेगा। मप्र के ग्वालियर समेत, कानपुर, लखनऊ, पटना एवं जयपुर में विशाल विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रहीं हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने नेशनल इलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट (नीट) का नोटिफिकेशन मंगलवार को जारी कर दिया है। परीक्षा 7 मई को होगी। नए फैसले के मुताबिक अब सिर्फ 17 से 25 साल तक के छात्र ही परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। अब छात्र तीन बार ही परीक्षा दे पाएंगे। नीट की परीक्षा को उम्र तय करने का विरोध शुरू हो गया है।
ग्वालियर में सैंकड़ों छात्र इस नए नियम के चलते परीक्षा देने से वंचित हो जाएंगे, लिहाजा छात्र-छात्राओं ने इस फैसले के खिलाफ आंदोलन शुरु कर दिया है। छात्रों का कहना है कि सरकार को ऐसा तत्काल में फैसला लेने से पहले उनके भविष्य का ख्याल करना चाहिए था।
बदलाव के अनुसार, सामान्य श्रेणी के छात्र जो 25 वर्ष तक की उम्र के हैं, सिर्फ वहीं परीक्षा दे सकते हैं। साथ ही 17 से 25 वर्ष तक में सामान्य श्रेणी के छात्र सिर्फ 3 बार परीक्षा देंगे। परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में इसको लेकर खासा विरोध है।
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