
उल्लेखनीय है कि 2010 बैच की आईएएस अधिकारी तन्वी सुंद्रियाल छिंदवाड़ा जिला पंचायत सीईओ रहते हुए तामिया टूरिस्ट मोटेल में पर्यटकों के लिए लाई गई एक साइकिल अपने घर ले गई थीं। साइकिल की कीमत करीब 30 हजार स्र्पए थी। टूरिस्ट मोटेल में पर्यटकों को 50 स्र्पए प्रति घंटे की दर से साइकिल किराए पर दी जाती थी। एक साल से ज्यादा समय से सुंद्रियाल इस साइकिल को अवैध रूप से अपने कब्जे में रखे हुए थीं। पर्यटन निगम अब उनसे इसका एक साल का किराया लगभग 20 हजार रुपए वसूली की कार्रवाई करेगा।
लोकायुक्त में शिकायत दर्ज
इधर, पर्यटन विकास निगम की साइकिल निजी उपयोग के लिए घर ले जाने के मामले में एएमडी और आईएएस अधिकारी तन्वी सुंद्रियाल के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज हो गई है। सामाजिक संगठन प्रगतिशील सूचना अधिकार संगठन ने मंगलवार को शिकायत की। संगठन की मांग है कि सुंद्रियाल सरकारी पैसे से खरीदी साइकिल का अनाधिकृत रूप से निजी उपयोग कर रही हैं, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई हो। सबूत के तौर पर संगठन ने तामिया स्थित पर्यटन निगम के होटल मैनेजर की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी दी है, जिसमें कहा गया है कि साइकिल तन्वी सुंद्रियाल ले गई हैं। संगठन ने लोकायुक्त के साथ-साथ मुख्य सचिव बीपी सिंह और संघ लोक सेवा आयोग से भी शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है।
बचाओ में आए मंत्री अधिकारी
सुरेंद्र पटवा, पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का कहना है कि जाने-अनजाने में चूक हुई थी, उसे सुधार लिया गया है। साइकिल वापस कर दी गई है, विभाग साइकिल का चार्ज वसूलेगा। हालांकि उनका यह बयान विधिसम्मत नहीं है। एक उच्च शिक्षित आईएएस अफसर जिस पर कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी हो, इस तरह की चूक नहीं कर सकता। इसे भ्रष्ट आचरण कहा जाता है।
हरिरंजन राव, एमडी, मप्र पर्यटन राज्य विकास निगम ने पुष्टि की है कि तन्वी सुंद्रियाल ने साइकिल वापस कर दी है। सभी साइकिलें तामिया से पचमढ़ी भेज दी गई हैं। इसके साथ ही आईएएस तन्वी का अपराध प्रमाणित हो जाता है।