
भाजपा समर्थित एमएलसी प्रशांत परिचारक ने सोलापुर जिले में शनिवार को स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के लिए आयोजित एक रैली में कहा, ''एक सैनिक को उसकी पत्नी से फोन पर पता चलता है उसके घर बच्चा हुआ है। वह खुशी में सीमा पर साथी जवानों को मिठाई बांटता है, उसके सहयोगी इसका कारण पूछते हैं तो वह बताता है कि उसको बेटा हुआ है। उसकी पत्नी ने एक लड़के को जन्म दिया है लेकिन कमाल की बात यह है कि वो एक साल से ज्यादा समय से अपने घर ही नहीं गया है।''
हर ओर हो रही कड़ी आलोचना
परिचायक के इस तरह से एक सैनिक की बीवी के चरित्र पर लाछन लगाने वाला बयान वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने उनको जमकर भला-बुरा कहा। दरअसल परिचायक सभा में बता रहे थे कि कुछ नेता बिना कुछ करे ही सारा क्रेडिट लेना चाहते हैं, इसी को बताते हुए उन्होंने सौनिक का किस्सा भी सुना दिया कि कुछ नेता काम का श्रेय ऐसे लेते हैं, जैसे बिना घर जाए सैनिक अपने बच्चे का।
परिचारक ने माफी मांगी
इस बयान पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि परिचारक का बयान जवानों एवं उनकी पत्नियों के प्रति भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। उन्होंने और भाजपा ने वीर जवानों का अपमान किया है। चारों ओर से घिरता देख परिचायक ने अपने कहे के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का मतलब किसी के चरित्र पर सवाल उठाना नहीं था लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि मुझसे गलती हुई है और इससे जवानों एवं उनकी पत्नियों की भावनाएं आहत हुई हैं। मैं अपने शब्दों के लिए माफी मांगता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि आगे फिर ऐसा नहीं होगा। प्रशांत भाजपा के समर्थन से एमएलसी निर्वाचित हुए थे। भाजपा के लिए प्रचार करते हुए ही उन्होंने ये बातें कहीं।