
एडवोकेट हरीश को मामले का पता अचानक तब चला जब मीडिया उनके घर पहुंचा। उन्होंने बताया कि 2013-14 में उन्होंने मकान सुरेश दुआ नाम के एक शख्स से खरीदा था। सुरेश दुआ को उदयन दास ने पॉवर ऑफ अटॉर्नी दे दी थी। रिकॉर्ड में उदयन की मां का नाम इंद्राणी दास बताया गया है। हरीश और उदयन की मुलाकात कभी नहीं हुई।
पड़ोसी रह गए शॉक्ड
घर के आस-पास रहने वाले लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि वे उदयन को जानते हैं। पता चला कि उदयन यहां अपनी मां व पूर्व पुलिस अफसर इंद्राणी दास और पिता वीके दास के साथ रहता था। उदयन और उसकी फैमिली पड़ोसियों से ज्यादा घुलती-मिलती नहीं थी। इसलिए लोग ज्यादा कुछ नहीं बता पाए। इंद्राणी और उनके पति वीके दास की मौत के बारे में बीमारी से मौत की कहानी उन्हें बताई गई थी। अब उदयन द्वारा दोनों की हत्या और उनका उसी घर में दफन होने की कहानी मीडिया के माध्यम से पहुंची तो सब शॉक्ड रह गए। भोपाल में पुलिस की पूछताछ में बताई गई उदयन की कहानी की सच्चाई का पता लगाने भोपाल पुलिस उसे लेकर रायपुर आ रही है।
प्रेमिका से पहले मां-बाप को भी मारकर गाड़ चुका है उदयन दास
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