
लालच में अंधे हुए रामनरेश सिंह ने 24 बार में 38 लाख 12 हजार 9 सौ रूपये जालसाज के बताए बैंक खातों में जमा करा दिए। ठगों द्वारा चेक भेजे गए थे जो की पाउंड में हैं जिसके कारण विश्वास कर ये रूपये एकाउंट में डलवाया लेकिन जब चैक अपने बैंक में प्रस्तुत किया तो पता चला कि वो तो फर्जी है। अब धोखाधड़ी का शिकार हुए रिटायर्ड डिप्टी रेंजर पुलिस से मदद मांग रहे हैं। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने रिश्तेदारों से 29 लाख रुपए कर्ज लेकर जमा कराए थे। जो अब अपने पैसे की मांग रहे हैं। घर जमीन बेचने की नौबत आ गई है।
पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है और लोगों से अपील की वो इस तरह के फर्जी कॉल के प्रलोभन में आ कर पैसे व निजी जानकरी न दें। सगरा थाना के मझियार निवासी रामनरेश सिंह वन विभाग में कार्यरत थे और डिप्टी रेंजर के पद से 31 मई 2010 को वह सेवानिवृत हो गए।