
ये रटा-रटाया डायलॉग मुंबई से सटे मीरा रोड इलाके में चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर्स के कर्मचारियों के हैं। ऐसे 9 कॉल सेंटर्स में करीब 772 कर्मचारी थे। सभी अमेरिकी लहजे में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते थे। वे पहले ऑनलाइन अमेरिकी टैक्स डिफॉल्टर नागरिकों की डिटेल्स लीक करते थे। फिर उन्हें फोन पर धमकाकर करोड़ों रुपए की ठगी करते। ये कॉल सेंटर्स रोजाना करीब 1 करोड़ रुपए की कमाई कर रहे थे।
ठाणे पुलिस ने तीन कॉल सेंटर्स पर छापे मारकर 70 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। 700 कर्मचारियों पर केस दर्ज किया है। 72 कर्मचारियों को सबूत नहीं मिलने पर छोड़ दिया। पुलिस ने मंगलवार देर रात यह छापा मारा। जो बुधवार सुबह तक चला। ठाणे के पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया ‘कर्मचारी अमेरिकी नागरिकों को फोन कर खुद को यूएस टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी बताते थे। फिर बैंक डिटेल्स मांगते थे। आनाकानी करने पर मुकदमा करने की धमकी देते थे। बैंक डिटेल मिल जाने पर कॉल सेंटर्स के कर्मचारी लोगों के अकाउंट से पैसे निकाल लेते थे। इस बारे में शिकायत मिली थी। गिरफ्तार युवकों की उम्र 20 से 30 के बीच है।
6500 अमेरिकियों से एक साल में करीब 239 करोड़ रुपए ठगे
बतायाजाता है कि इन कॉल सेंटर्स ने करीब 6500 अमेरिकियों से 239 करोड़ रु. ठगे हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए अमेरिकी 500 से 60,000 डॉलर (करीब 33 हजार से 39.92 लाख रुपए) तक देने को तैयार हो जाते थे। छापेमारी में लैपटॉप, हार्ड डिस्क, हाइएंड सर्वर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किए गए हैं।