इंदौर में नगर निगम द्वारा NO CAR DAY मनाया गया। नगर निगम के कमिश्नर अपनी टीम के साथ बस में सवार होकर शहर का निरीक्षण करने निकले और महापौर ने साइकिल चलाकर साइक्लोथोंन में भाग लिया।
आयुक्त अधिकारियों के साथ बस से निकले निरीक्षण पर
इंदौर दिनांक 22 सितंबर 2025। आयुक्त श्री दिलीप कुमार यादव प्रतिदिन की तरह आज सुबह 6:00 बजे रेसीडेंसी कोठी से निरीक्षण के लिए निकले ।आज नो कार डे होने से आयुक्त श्री यादव, अधिकारियों के साथ बस से ट्रेचिंग ग्राउंड निरीक्षण के लिए पहुंचे । निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त श्री रोहित सिसोनिया, श्री अभय राजनगवंकर, श्री मनोज पाठक, अधीक्षण यंत्री श्री डी आर लोधी, श्री अश्विन जनवदे ओर अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
साइक्लोथोंन: महापौर ने रेडियो कॉलोनी से पलासिया चौराहा तक साइकिल चलाई
इंदौर दिनांक 22 सितंबर 2025। महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा आज नो कार डे के अवसर पर प्रातः काल अपने निवास रेडियो कॉलोनी से साइकिल से पलासिया चौराहा पर आयोजित साइक्लोथोंन रैली में पहुंचे, पलासिया चौराहा से राजवाड़ा होते हुए पुनः पलासिया तक आयोजित साइक्लोथान में साइकिल चलाकर सम्मिलित हुए। इस अवसर पर देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री राकेश सिंघाई, महापौर परिषद सदस्य श्री नंदकिशोर पहाड़िया श्री अभिषेक शर्मा बबलू एवं बड़ी संख्या में साइकिलिस्ट उपस्थित थे।
नो कार डे के इस अवसर पर महापौर श्री भार्गव द्वारा साइकिल चलाकर पलासिया इंद्रप्रस्थ टावर रीगल चौराहा महारानी रोड रजवाड़ा से पुणे कोठारी मार्केट एमजी रोड होते हुए पलासिया चौराहा पर पहुंच कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी भी साइक्लोथोंन में सम्मिलित हुए।
महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर विगत 3 वर्षों से नो कार डे मना रहा है, यह इंदौर को ट्रैफिक की दृष्टि से तैयार करने का अभियान है और एक दिन के इस अभियान से पूरी दुनिया को अलग संदेश जाता है। महापौर श्री भार्गव ने कहा कि कई लोग पूछते हैं एक दिन कार नहीं चलने से क्या होगा एवं मैं सब लोगों से यह पूछता हूं कि एक दिन कार नहीं चलाएंगे तो क्या होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए इंदौर में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें टू व्हीलर, साइकिल, ई रिक्शा का प्रयोग करें उसके जन जागरण का यह अभियान है, हम अगर इंदौर को नंबर वन ट्रैफिक में बनाना चाहते हैं तो सड़कों पर गाड़ियों के दबाव को कम करना होगा। यह अभियान और उसकी आदत हमको डालनी होगी तो केवल शहर के स्वास्थ्य के लिए नहीं अपने स्वयं के स्वास्थ्य के लिए भी सड़कों पर गाड़ियों के दबाव को कम करने के लिए पर्यावरण की दृष्टि से इंदौर को सुगम बनाने के लिए और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए यह नो कार डे का अभियान है।
महापौर श्री भार्गव ने कहा कि भारत में पहला शहर इंदौर है जो नो कार डे मनाना शुरू किया है यह एक दिन का सांकेतिक काम भविष्य के इंदौर को तैयार करने का अभियान है आज हो सकता है इसका कोई बड़ा परिणाम हमको देखने को ना मिले लेकिन भविष्य में जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग बढ़ेगा साइकिल का उपयोग बढ़ेगा और सड़कों पर गाड़ियों के दबाव कम करने की बात आएगी तो हमारे इस अभियान को याद किया जाएगा।