भोपाल। मेडिकल माफिया के दवाब में संक्रामक कीटाणुओं के रोकथाम के नाकाफी प्रयासों के चलते पूरा का पूरा भोपाल शहर मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण की चपेट में आ गया है। मंगलवार को भोपाल के सरकारी अस्पतालों में 800 से ज्यादा मरीज पहुंचे जिनकी जांच की गई जबकि निजी अस्पतालों में यह संख्या 2000 से ज्यादा है। यह केवल एक दिन का आंकड़ा है।
शासन स्तर पर संक्रमण रोकने का दिखावा अब भी जारी है लेकिन सरकार संक्रमण को फैलने से रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। पिछले चार दिन में ही शहर में करीब 50 से ज्यादा मलेरिया के पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। भोपाल में कोलार, नवीबाग, ऐशबाग, ललिता नगर, गांधी नगर, ईश्वर नगर और जाटखेड़ी में सबसे ज्यादा संक्रमण फैल रहा है। इसके अलावा शहर के सभी इलाकों से मरीजों का आना जारी है।
मंगलवार को एक दिन में भोपाल में 16 डेंगू पॉजिटिव मरीज मिले हैं। अब तक करीब 150 लोग डेंगू से प्रभावित हो चुके हैं। इस मामले में आरोप लगते रहे हैं कि प्राइवेट अस्पतालों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार संक्रमण की रोकथाम की उचित कार्रवाई नहीं करती। अलबत्ता कागजों में कुछ प्रयास जरूर होते हैं। कभी कभी प्रेस बयान भी जारी होते हैं।