
7 माह की प्रेमकथा
लड़की मूल रूप से जबलपुर की रहने वाली है। फिलहाल वह इंदौर में रहकर एक कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रही है। 7 माह पहले उसकी मुलाकात कॉलेज के ही स्टूडेंट जय (22साल) से हुई थी। जान पहचान बढ़ने के बाद दोनों में प्रेम हो गया। इसके बाद वे लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। इस दौरान दोनों के बीच शादी का लिखित एग्रीमेंट भी हो गया। 2 माह पहले जब लड़की प्रेग्नेंट हुई तो लड़का भाग गया। उसके परिवार ने उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया। लड़की से बचने के लिए वो अपने दादा के यहां छुपा हुआ था।
प्रेमी के घर भी रह चुकी है लड़की
आरोपी जय ने लड़की को शादी का झांसा दिया और गवाहों की मौजूदगी में लिखित एग्रीमेंट किया। इसके बाद लड़की जय के घर भी रही। फिर जय की फैमिली ने लड़की को जबलपुर भेज दिया। 3 जून को जय के पिता मुकेश ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें जय को परिवार व संपत्ति से बेदखल कर दिया। इसकी जानकारी मिली तो लड़की इंदौर पहुंची और जय से मिलने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। लड़की ने फेसबुक का सहारा लिया। उसे जय के दोस्तों से चैटिंग में पता चला कि वह मंदसौर में अपने दादा रमेश गुप्ता के यहां है। यह पता चलते ही लड़की भाई के साथ मंदसौर आ धमकी। यहां यशनगर में उसे जय मिल गया। फिर लड़की व उसके भाई ने जय की जमकर पिटाई कर दी। करीब आधा घंटे हुज्जत के बाद मामला वायडीनगर थाने पहुंचा। यहां जय के खिलाफ ज्यादती सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। जय ने लड़की व उसके भाई के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराया।
लड़की पर पहले से शादी शुदा होने का आरोप...
जय ने बताया कि लड़की मुझे फंसाना चाहती है। वह पहले ही शादीशुदा थी और उसका तलाक का केस चल रहा है। यह बात उसने छिपाई। जब यह मुझे पता चली तो मैंने दूरी बनाई। शादी का एग्रीमेंट थाने पर पदस्थ पुलिस अधिकारियों ने दबाव डालकर करवाया था।