भिंड पुलिस की हिरासत में युवक की मौत, चक्काजाम, फायरिंग

भिंड। ऊमरी थाने के लॉकअप में बंद युवक की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। एसपी इसे आत्महत्या बता रहे हैं, जबकि परिजन हत्या कर फांसी के फंदे पर लटकाने की बात कह रहे हैं। युवक को बाइक चोरी के आरोप में 6 अप्रैल से अवैध हिरासत में रखा गया था। घटना शनिवार रात 10-11 बजे की है। रविवार सुबह पीएम के बाद परिजन और भीड़ ने मृतक का शव रखकर ऊमरी में जाम लगाया और पुलिस पर पथराव किया।

पुलिस की ओर से भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के 11 गोले चलाए गए और फायरिंग हुई। हालांकि, एसपी नवनीत भसीन ने फायरिंग से इनकार किया है। उन्होंने ऊमरी थाना प्रभारी टीआई रामबाबू यादव, एचसीएम कमलेश कटारे और संतरी रामकुमार पाण्डेय को सस्पेंड कर दिया है।

ऊमरी थाने के गेहवद गांव निवासी अविलाख सिंह यादव (65) ने बताया कि उनके बेटे रज्जन उर्फ सुनील यादव (20) को टीआई रामबाबू यादव 6 अप्रैल की शाम 4 बजे बाइक चोरी के झूठे आरोप में पकड़कर ले गए थे। उनका कहना है कि टीआई ने 6 अप्रैल को घर के बाहर भी सुनील को बेरहमी से पीटा था और थाने में भी उसकी पिटाई की। शनिवार रात 11:30 बजे पुलिसकर्मी घर आए और उन्हें थाने ले गए। थाने के लॉकअप में सुनील का शव फांसी पर लटका था।

पिता का कहना है कि पुलिस से सुनील को बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई और उसके बाद उसे फांसी पर लटका दिया। एसपी भसीन का कहना है कि मृतक ने लॉकअप में कंबल फाड़कर उसका फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एसपी का कहना है कि उन्होंने ग्वालियर से फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. संदीप तोमर को बुलाकर जांच कराई और परिजन की मौजूदगी में सुनील का शव फांसी से उतरवाया। कलेक्टर इलैयाराजा टी. ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।

एसडीओपी-डीएसपी सहित कई घायल
रविवार सुबह मृतक का शव ऊमरी पहुंचते ही भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और कोल्डड्रिंक की बोतलें भी फेंकी। जवाब में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले फायर किए। पथराव में लहार एसडीओपी अवनीश बंसल, डीएसपी जीपी शाक्य सहित 8 के करीब पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। साथ ही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजीव सिंह कुशवाह सहित भीड़ से करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए।

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