भोपाल। बोलेरो गाड़ी में एक नाबालिग को अगवा गैंगरेप का मामला सामने आया है। सरपंच के देवर और आरटीओ के बर्खास्त सिपाही ने नाबालिग से ज्यादती की। बाद में एक मकान में आरोपियों के दो दोस्तों ने भी नाबलिग को अपनी हवस का शिकार बनाया। आरोपियों में व्यापमं घोटाले का आरोपी अनुराग ठाकुर भी शामिल है। अनुराग ने फर्जी तरीके से परिहवन विभाग में आरक्षक की नौकरी हासिल की थी।
एसपी नॉर्थ अरविंद सक्सेना के अनुसार, पीड़िता बैरसिया क्षेत्र की रहने वाली है। सोमवार शाम को वह मोबाइल रीचार्ज कराने के लिए अमित नाम के युवक की शॉप पर पहुंची। ग्राम सोहाया की सरपंच रानी साहू का देवर अमित और 15 वर्षीय नाबालिग एक-दूसरे को पहले से जानते हैं। इसी पहचान का फायदा उठाते हुए अमित उसे रीचार्ज कराने के बहाने बैरसिया कॉलेज के पास सुनसान इलाके में लेकर गया. यहां उसका दोस्त अनुराग पहले से मौजूद था।
गैंगरेप, शराब और फिर गैंगरेप
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि अमित और अनुराग ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। इसके बाद दोनों ने नाबालिग को जबरदस्ती शराब पिलाई और उसे कटारा हिल्स में रहने वाले अपने दोस्त मोनू चौहान के घर लेकर पहुंचे। इस दौरान अमित ने रास्ते से अपने बहनोई काशीराम को भी साथ में ले लिया। कटारा हिल्स पहुंचने के बाद चारो आरोपियों ने फिर से नाबालिग से रेप किया। इसके बाद आरोपी उसे बैरसिया स्टैंड पर छोड़कर फरार हो गए।
व्यापमं घोटाले का आरोपी
अनुराग ठाकुर परिवहन विभाग से बर्खास्त सिपाही है। उसने व्यापमं फर्जीवाड़े के तहत परिवहन विभाग में नौकरी हासिल की थी। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ था कि उसने व्यापमं घोटाले के आरोपी नितिन महेंद्रा से नंबर बढ़ाए थे। एसटीएफ ने उसे परिवहन-आरक्षक घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया था।