
संयुक्त मोर्चा के बैनर तले छह सूत्रीय मांगों को लेकर दुग्ध संघ के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। दूध बांटने वाले 46 वाहनों में से सिर्फ 14 वाहनों ही शहर में सोमवार शाम को दूध सप्लाई कर सके। 32 वाहन देर शाम तक प्लांट में ही खड़े रहे। हड़तालियों ने उन्हें निकलने नहीं दिया।
प्लांट में दूध पैक करने से लेकर उसे लोड करने वाले श्रमिक हड़ताल में शामिल हुए। दोपहर एक बजे से दुग्ध संघ प्लांट परिसर के मेन गेट बंद कर प्रदर्शन करने लगे थे। प्लांट से दूध लेने के लिए आए वाहनों की कतार लग गई। दोपहर तीन बजे से प्लांट में काम बंद कर सभी श्रमिक बाहर निकल गए।
मोर्चा संयोजक को गिरफ्तार कर थाने ले गई थी पुलिस
दुग्ध संघ कर्मचारी कांग्रेस के महामंत्री आदर्श शर्मा ने बताया कि पुलिस, मोर्चे के संयोजक वीके रिछारिया को गिरफ्तार कर गोविंदपुरा ले गई थी। करीब 20 मिनट बाद छोड़ा गया। पुलिस के इस रवैये का लेकर ही ही हंगामा हुआ। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि हम सक्षम अधिकारियों से बात करने की मांग कर रहे थे।
कब तक चलेगी हड़ताल
कर्मारी नेताओं के साथ प्रदर्शनकारी रात को भी धरने पर डटे रहे। एमडी से बात करने गए कर्मचारी नेताओं का कहना है कि बातचीत विफल रही। एमडी ने कहा कि 11- 12 तारीख को एपीसी से बात की जाएगी। शर्मा का कहना है जब तक आदेश जारी नहीं होते तब तक हड़ताल जारी रहेगी।