
एक मालगाड़ी माणिकपुर से भोपाल के लिए रवाना हुई। सोमवार सुबह करीब सात बजे ये ट्रेन झांसी स्टेशन पहुंची जहां पर लोको पायलट और गार्ड की ड्यूटी खत्म हो गई। इसके बाद जब नए लोको पायलट और गार्ड मालगाड़ी में चढ़े तो उन्हें परिचालन विभाग से ट्रेन को ग्वालियर की ओर ले जाने का मैसेज भेजा गया।
मैसेज मिलते ही मालगाड़ी ग्वालियर के लिए रवाना हो गई। जब गाड़ी करीब 50 किलोमीटर तक ट्रैक पर आगे बढ़ गई तब जाकर परिचालन कर्मचारियों को अपनी गलती का एहसास हुआ और आनन-फानन में मालगाड़ी को डबरा में रुकवा लिया गया। जिसके बाद नया मैसेज भेजकर
मालगाड़ी को वापस झांसी बुलाया गया और फिर उसे असली गंतव्य भोपाल के लिए रवाना किया गया।
इस भूल के खुलासे के बाद उत्तर-मध्य रेलवे जोन के इलाहबाद मुख्यालय तक हड़कंप मच गया। रेलवे के आला अधिकारियों ने मीटिंग बुलाते हुए परिचालन अधिकारियों को उनकी इस गलती के लिए जमकर लताड़ा। बताया जा रहा है कि इस बड़ी लापरवाही में जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जिसके बाद जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सकती है।