
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, कभी अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहीम के मददगार रहे इकबाल मिर्ची का नाम भी है, जिनकी तीन साल पहले लंदन में मौत हो चुकी है. इसके अलावा अपोलो टायर के प्रोमोटोर गौतम अडाणी के बड़े भाई विनोद अडाणी का भी नाम है. दस्तावेजों में दो राजनेताओं - प बंगाल के शिशिर बाजोरिया और लोकसत्ता पार्टी के पूर्व दिल्ली इकाई प्रमुख अनुराग केजरीवाल के भी नाम हैं।
पनामा दस्तावेज ऐसे समय में लीक हुआ है, जब भारत में काले धन की जांच को लेकर गठित स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम (एसआइटी) अपनी नयी कार्यान्वयन रिपोर्ट को अंतिम रूप देने वाली है. विदेशों में मौजूद संपत्तियों का खुलासा करने के लिए चलायी गयी 90 दिन की योजना के जरिये सिर्फ 3,770 करोड़ रुपये ही सामने आ पाये हैं. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दस्तावेज में 500 भारतीयों के नाम हैं, जिन्होंने टैक्स हैवेन देशों (ऐसे देश, जहां काला धन छुपाया जाता है) में कंपनियां रजिस्टर्ड करायीं.
इंडियन एक्सप्रेस ने भारतीयों से जुड़े करीब 36 हजार दस्तावेजों को खंगालने के क्रम में आठ माह तक लगातार 234 भारतीयों के पासपोर्ट की जांच की. तीन सौ लोगों के पते की तहकीकात की गयी. पंचकुला, देहरादून, बड़ोदरा और मंदसौर के कई व्यापारियों के नाम भी दस्तावेजों में हैं.
किसने क्या किया
अमिताभ बच्चन : 1993 में स्थापित चार शिपिंग कंपनियों के डायरेक्टर. तीन बाहामास में और एक बीवीआइ में है. अधिकृत पूंजी पांच हजार डॉलर से 50 हजार डॉलर के बीच है, लेकिन वे लाखों डॉलर का कारोबार करती हैं.
समीर गहलोत : इंडिया बुल्स के मालिक. लंदन की तीन प्रोपर्टी का अधिग्रहण. अभी आवासीय और होटल परियोजनाओं का निर्माण कर रहे हैं.ट्रस्ट बनाया.
ऐश्वर्या राय : ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड की एक फर्म की डायरेक्टर और शेयर होल्डर थीं. एश्वर्या, उनके पिता कृष्ण राज राय, माता वृंदा कृष्ण राज राय और भाई आदित्य राय एमिक पार्टनर्स लिमिटेड के डायरेक्टर के रूप में 2005 में निबंधित हुए.
केपी सिंह : डीएलएफ के प्रोमोटर. 2010 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में एक कंपनी का अधिग्रहण. पत्नी इंदिरा केपी सिंह को-शेयरहोल्डर थीं. बेटे-बेटी की भी दो कंपनी.
पुतिन, जिनपिंग, शरीफ व गद्दाफी भी घेरे में
पेरिस : पनामा की विधि फर्म मोजैक फोंसेका के लीक हुए टैक्स दस्तावेजों से उजागर हुआ है कि दुनिया के 128 बड़े नेताओं ने अपनी संपत्ति छुपाने और कर बचाने के लिए टैक्स हैवेन देशों की मदद ली है. इनमें रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीबियों, पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद, पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो, लीबिया के पूर्व शासक कर्नल गद्दाफी समेत कई हस्तियों के नाम हैं. दस्तावेजों से पता चला है कि आइलैंड और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की दूसरे देशों में कंपनियां हैं. अजरबैजान के राष्ट्रपति के बच्चे और साउदी अरब के किंग सलमान बिन ने भी टैक्स बचाने के लिए ऑफशोर देशों में कंपनियां बनायी हैं.
12 पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों के नाम
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम इस दस्तावेजों में सीधे तौर पर नहीं है, लेकिन उनके करीबियों के नाम हैं. आरोप है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के परिवार का ऑफशोर खातों से संबंध है. इसी तरह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के पिता का भी इसी तरह के खातों से संंबंध है. जांच में दावा किया गया है कि आर्थिक संकट के समय आइलैंड के प्रधानमंत्री के पास बैंक बांडों में लाखों डॉलर की राशि थी. चीन के राष्ट्रपति शी खुद अपने देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा अभियान चला चुके हैं, जिसके तहत कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा अनाप-शनाप संपत्ति रखने को निशाना बनाया गया था. उनका नाम आना बड़ा खुलासा है.