
गांव से स्कूल को 1.5 किलो मीटर दूर कर दिया है, जिससे डेढ़ साल में 120 बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है। वर्तमान में 3 से 4 बच्चे स्कूल में आ रहे हैं। बिलौआ स्थिति खादानों के बीच शासकीय प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा बना हुआ था। इस स्कूल में कल्याणपुरा व नकरापाठा के करीब 125 बच्चे पढ़ने आते थे।
क्रेशरों से हो रहे प्रदूषण को रोकने के लिए रहवासियों ने एनजीटी में पिटीशन दायर की थी, जिस पर एनजीटी ने स्कूल शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। स्कूल दूर बनने पर ग्रामीण फिर एनजीटी पहुंचे। एनजीटी ने खनिज अधिकारी से दूरी नपवाई तो पाया कि स्कूल लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर बना हुआ है।