
प्रमोशन को लेकर जबरदस्त सेटिंग का दौर चला, जिसमें सुवासरा के संकुल कन्या हाई स्कूल के एकाउन्टेंट गणपतलाल सोनावती की भूमिका संदिग्ध रही। जिसने पूर्व नियोजित सेट प्रमोशन लिस्ट पर नगर परिषद सुवासरा के सीएमओ तोमर व संकुल प्राचार्य टेरेसा मिंज को अंधेरे में रखकर बिना पूरी जानकारी दिए हस्ताक्षर करवाकर रातों-रात स्कूलों में रिलिव व जाईनिंग का खेल चलाया। संकुल केन्द्र के अधीन सुवासरा के कन्या माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाशचन्द्र फरक्या की भूमिका भी इस पूरे मामले में संदेहास्पद रही जो संकुल का पूरा मैनेजमेंट देखते हैं और एकाउन्टेंट के खास माने जाते हैं।
वर्षों से अपने प्रमोशन का इंतजार कर रहे शिक्षकों के हितों पर नियमों को ताक में रखकर चंद कर्मचारियों द्वारा निजी लाभ के लिए कुठाराघात किया गया। उक्त नियम विरूद्ध प्रमोशन पर अगले ही दिन से कार्यमुक्त व जाईनिंग का खेल चुपचाप चला जिसकी सुवासरा में अपने प्रमोशन का इंतजार कर रहे शिक्षकों को जैसे ही जानकारी लगी तो उन्होने संकुल के कर्ताधर्ता एकाउन्टेंट सोनावती से पूछा तो उन्होंने बेसिर पैर के जवाब दिए जिसके बाद शिक्षक जानकारी के लिए नगर परिषद सुवासरा पहुंचे।
सीएमओ तोमर से इस पूरे प्रमोशन पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की और जारी किए गये प्रमोशन का रिकार्ड देखने के लिए मांगा तो वह भी उनके पास उपलब्ध ना होकर संकुल एकाउन्टेंट गणपतलाल सोनावती के पास होना बताया गया। जिसपर शिक्षकों ने नियम विरूद्ध प्रमोशन को निरस्त करने की शिकायत लिखित में आपत्ति दर्ज कराई। जिसपर कल दिनांक 4 अप्रैल 2016 को कार्यालय नगर परिषद के लेटर से तत्काल प्रभाव से इस कार्यालय के आदेश क्रमांक/स्थापना/2016/888-889 एवं 890-891 दिनांक 30-3-2016 के आदेश को निरस्त करने का लेटर क्रमांक 919/स्थापना/2016 दिनंाक 4-4-2016 जारी किया गया।