
बोर्ड आॅफिस चौराहे पर आए दिन प्रदर्शन और रैली के कारण जाम की स्थिति को लेकर प्रशासन ने 4 फरवरी को आदेश जारी किया था कि बोर्ड आॅफिस चौराहे और आसपास दो महीने तक किसी तरह का प्रदर्शन और रैली नहीं निकाली जाएगी। इसके बावजूद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के नेतृत्व में बोर्ड आॅफिस चौराहे पर धिक्कार दिवस मनाया गया। यहां बकायदा टेंट लगाकर करीब दो घंटे तक भाजपा नेताओं ने भाषण दिए और धरना दिया। इससे यातायात बाधित हुआ। फिर भी न पुलिस ने प्रदर्शन पर रोक लगाई और न प्रशासन ने। सवाल ये है कि जब कलेक्टर ने खुद यहां प्रदर्शन व धरना पर रोक लगाई है, तो भाजपा को अनुमति कैसे दी?