
मप्र के ग्वालियर में इस प्रकार की घटना होना निश्चित ही हमारे प्रदेश के अमन चैन को नष्ट करने की गहरी साजिश है। यह दुर्भाग्य पूर्ण है कि इस मामले में सत्तारूढ़ दल से जुड़े लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। सिंधिया ने आगे कहा कि गांधी और अम्बेडकर के मार्गदर्शन में बने संविधान के तहत प्रदेश के आम आदमी को मिले चर्चा और संवाद के सामान्य से अधिकार को भाजपा के लोग छीनना चाहते हैं। मध्य प्रदेश में यदि ऐसा ही चलता रहा तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी।