बुरहानपुर। यहां एक 22 वर्षीय आदिवासी युवती को उसके पूर्व पति ने घर से किडनेप किया, फिर दोस्तों से गैंगरेप कराया और किसी गुजराती का बेच दिया। बड़ी मुश्किल से पीड़िता अपने खरीददार के चंगुल से बचकर भाग पाई।
मिली जानकारी के अनुसार, बुरहानपुर के नेपानगर इलाके के गिट्टी खदान एरिया में रहने वाली एक 22 वर्षीय आदिवासी युवती खरगोन के बडवाह में ब्याही थी। बीते महीनों पूर्व पति ने उसे छोड़ दिया था। जिसके बाद वह अपने माता-पिता के साथ नेपानगर आकर रहने लगी।
युवती का आरोप है कि 9 मार्च 2015 को उसका पति मिथुन पिता जरसिंह (25) अपने साथियों मोरसिंह(35), कमलसिंह (30), जग्गू (40), फूलसिंह (40), गुड्या (45) के साथ नेपानगर स्थित उसके घर आया।
लाठी-फरसों की नोंक पर उसे जबरन मारुति वैन में बिठाकर बडवाह ले गया। इसके कुछ देर बाद उसे उज्जैन और मक्सी रोड के बीच खेत पर बने सुनसान मकान में बंधक बनाकर रखा गया। यहां आरोपी बारी-बारी से बलात्कार करते रहे। जिससे युवती का गर्भ ठहर गया। इसके बाद आरोपियों ने युवती का जबरन गर्भ गिरवाकर उसका सौदा कर दिया।
पीड़िता की मानें तो कुछ दिन मकान में रखने के बाद उसे अभिषेक गुजराती (30) को बेच दिया गया। अभिषेक ने उसे गुजरात राज्य के किसी मध्यप्रदेश से सटे शहर में रखा था, जहां से वह छत के रास्ते से भागने में कामयाब रही। 5-6 किमी भागने के बाद युवती को मध्यप्रदेश के मनावर के मजदूर मिले, जिनको पीड़िता ने पूरी व्यथा सुनाई।
अब जब मजदूर वहां से काम खत्म करके लौटे, तो उन्होंने पीड़िता को जुलवनिया और बड़वानी के मध्य राजपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। जहां से राजपुर पुलिस ने पीड़िता को नेपानगर भिजवाया।