भोपाल। जबलपुर मेडिकल अस्पताल में डॉक्टरों को रिश्वत की रकम नहीं मिली तो उन्होंने इलाज के दौरान मर गई आदिवासी प्रसूता की लाश को ही बंधक बना डाला। तीन दिन तक वो लाश को अपने कब्जे में रखे रहे। मीडिया के दखल के बाद लाश पीड़ित पति को सौंपी गई।
दरअसल पन्ना के रहने वाले विश्राम आदिवासी की गर्भवती पत्नी को शाहगंज से रैफर कर जबलपुर मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां 8 सितंबर को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने महिला का शव देने के लिए विश्राम आदिवासी से साढ़े 6 हजार रुपए की मांग की।
जब आदिवासी विश्राम पैसा नहीं दे पाया तो उसके शव को अस्पताल में ही तीन दिनों तक रखा गया। बाद में मीडिया और सामाजिक लोगों को इस घटना को पता चला तो वे अस्पताल पहुंचे और महिला के शव को उसके पति को दिलाया।
जब इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो उनका कहना है कि, महिला की मौत की खबर पन्ना भेजी गई थी लेकिन शव को लेने के लिए कोई नहीं आया इसलिए शव अस्पताल में रखा हुआ था।