सागर। संविलियन और छठवें वेतनमान की किस्तें सितंबर माह में ही देने की मांग को लेकर अध्यापकों का अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को जिले से करीब डेढ़ हजार अध्यापक राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन से भोपाल रवाना हो गए। शेष अध्यापक भी स्कूलों में काम पर नहीं गए। लिहाजा ग्रामीण अंचलों में स्कूलों के ताले तक नहीं खुले।
शासकीय अध्यापक संघ के राममिलन मिश्रा, जिला अध्यक्ष बलवंत यादव, आलोक गुप्ता, मनोज नेमा तथा अध्यापक संविदा शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह गंभीरिया ने बताया कि ग्रामीण कि राज्यरानी एक्सप्रेस से करीब एक हजार अध्यापक भोपाल रवाना हुए। जबकि करीब 5 सौ अध्यापक बस या फिर अपने वाहनों से भोपाल में चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि बंडा, देवरी, रहली, केसली, जैसीनगर तथा राहतगढ़ ब्लॉक के सौ फीसदी स्कूलों में ताले लगे रहे। जबकि मालथौन ब्लॉक में 70 फीसदी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी। अध्यापकों के प्रदर्शन का असर शहर की शासकीय बालक प्राथमिक शाला शनीचरी में भी देखा गया। यह स्कूल दोपहर में करीब 2.30 बजे बंद मिला। जबकि स्कूल लगने का समय सुबह 10.30 से शाम 4.30 बजे तक है।