जबलपुर। सेंट्रल जेल के बाहर मंगलवार की शाम कैदियों से भरी पुलिस वैन में गोलीचालन की घटना का मास्टरमाइंड शहर का एक युवा भाजपा नेता था। जिसके इशारे पर गोरखपुर क्षेत्र के पांच बदमाशों ने हमले की प्लानिंग बनाकर वारदात को अंजाम दिया था।
हमला कक्कू पंजाबी पर करना था, लेकिन जल्दबाजी में शूटर्स गलत गाड़ी के पीछे लग गए थे। जिसके कारण योजना सफल नहीं हो पाई। पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से 3 रिवाल्वर और घटना में प्रयुक्त बाइक जब्त कर ली है। शुक्रवार को पुलिस पूरे मामले से पर्दा उठाएगी।
तोता की कहानी निकली फर्जी
48 घंटे बाद अब पुलिस के सामने गोलीकांड का पूरा सच सामने आ चुका है। ये भी साफ हो गया कि संजू तोता ने अपने दुश्मनों को निपटाने के लिए झूठा षड़यंत्र रचा था। जिसमें पुलिस उसके इशारे पर नाचती चली गई। इस बात को लेकर पुलिस अफसर काफी बैचेन हैं लेकिन फिर भी अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए नई तरकीबें सोची जा रहीं हैं।
कक्कू को ठिकाने लगाना था
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने जिस कैदी के पास से मोबाइल जब्त किया था उसकी निशानदेही पर गुलौआ चौक के समीप रहने वाले गनेश नामक युवक को हिरासत में लिया। जिसने पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। गनेश ने उमेश तिवारी नामक युवा भाजपा नेता का नाम बताया जिसके घर में गुरुवार की दोपहर पुलिस ने दबिश दी और वहां से घटना में प्रयुक्त 3 रिवाल्वर जब्त कीं।
उमेश के बाद पुलिस ने गोरखपुर क्षेत्र के शुभम मिश्रा और उसके तीन साथियों को अलग-अलग जगहों से पकड़ा। सभी आरोपियों से क्रॉस चेक करते हुए पूछताछ हुई जिसमें पता चला कि कक्कू पंजाबी का उमेश तिवारी और शुभम मिश्रा से पुराना विवाद है। इसके अलावा जेल में बंद विकास सेठी नामक बदमाश की भूमिका सामने आई है। विकास और कक्कू के बीच लंबे समय से गैंगवार चल रही है। इसी वजह से कक्कू के सारे दुश्मन एक साथ होकर उसे ठिकाने लगाने में जुटे हुए थे।
फायनेंसर बना मीडिएटर
कक्कू पंजाबी पर हमले की योजना में सूदखोर ट्विंकल का नाम भी सामने आ रहा है। सूत्रों के अनुसार ट्विंकल पहले कक्कू का फायनेंसर था, लेकिन हाल ही में रुपयों के लेनदेन पर उसका कक्कू से विवाद हो गया था। जिसके कारण उसने मीडिएटर बनकर कक्कू के सामने सारे दुश्मनों को एकजुट करके अपने रास्ते का कांटा अलग करने का प्लान बनाया था।
जांच के बाद कई और गिरफ्तारी होंगी
पुलिस सूत्र बताते हैं कि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके सहयोगियों की तलाश शुरू कर दी है। शुक्रवार को पुलिस पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाने की तैयारी कर रही है। जिसको लेकर गुरुवार की देर रात तक पुलिस कई और आरोपियों की तलाश में छापेमारी करती रही।