ग्वालियर। जमानत पर छूटे एक व्यापमं आरोपी डॉक्टर ने बाहर निकलते ही फिर नया अपराध कर डाला। उसने फेसबुक पर अपने दोस्त की 15 वर्षीय भतीजी से दोस्ती की और उसे ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया। तंग आकर 10वीं की छात्रा ने सुसाइड कर लिया।
महाराजपुरा थाना क्षेत्र स्थित आदित्यपुरम निवासी रामबाबू सगर की 15 वर्षीय बेटी माधुरी कक्षा दसवीं की छात्रा थी। 5 अगस्त की सुबह 11.30 बजे उसने अपने कमरे में दुपट्टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को परिजन ने बताया था कि घटना से एक दिन पहले छात्रा ने अपने चाचा के एक दोस्त डॉ. मदन हिंडोलिया व जितेन्द्र नाम के लड़के द्वारा फेसबुक पर ब्लैकमेल करने की बात कही थी। इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की।
फेसबुक अकाउंट से हुआ खुलासा
डॉ. मदन हिंडोलिया (29) जेएएच कैम्पस में रहता है और वर्ष 2008 बैच के पीएमटी फर्जीवाड़े के संदेही छात्रों की सूची में इसका नाम है। कुछ समय से यह जमानत पर बाहर है। जबकि जितेन्द्र कुमार निवासी थाटीपुर स्नातक करने के बाद प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रहा है। डॉ. मदन की दोस्ती मृतका के चाचा डॉ. दयानंद सगर से थी, जो दतिया शहर के एक निजी अस्पताल में पदस्थ है। इसी दौरान छात्रा को उसने देखा। उसने और जितेन्द्र ने फेसबुक पर छात्रा को सर्च किया और दोस्ती का प्रस्ताव भेजा।
दोस्ती करने के बाद किया परेशान
दोनों युवकों ने छात्रा से दोस्ती करने के बाद उसको मिलने के लिए बुलाने के लिए दवाब डाला, पर छात्रा ने मना कर दिया। इसके बाद यह दोनों उस पर मिलने के लिए लगातार दबाव डालने लगे। साथ ही फेसबुक पर हुई बातचीत को सार्वजनिक करने की धमकी दी।
एक दिन पहले परिजन को बताई पीड़ा
लगातार धमकी से छात्रा परेशान हो गई। 4 अगस्त को उसने परिजन को अपनी पीड़ा बताई। परिजन ने आरोपियों को धमकाकर शांत करने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इससे तंग आकर छात्रा ने 5 अगस्त को फांसी जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया।
डॉक्टर गिरफ्तार, जेल भेजा
इस मामले में परिजनों के बयान व फेसबुक अकाउंट की जांच के बाद महाराजपुरा थाना पुलिस ने डॉ. मदन हिंडोलिया, जितेन्द्र कुमार पर छात्रा को खुदकुशी के लिए विवश करने का मामला दर्ज कर लिया है। डॉक्टर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि जितेन्द्र की तलाश की जा रही है।