भाजपा ने कर्मचारियों से कहा: शिवराज की मदद करो भाई

भोपाल। भले ही नंदकुमार सिंह चौहान चीख चीख कर कहते रहें कि व्यापमं का प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन हकीकत यह है कि इस घोटाले के बाद भाजपा की रूह तक हिल गई है। पहले शिवराज ने मंत्रियों से मदद मांगी, फिर युवाओं से। शिवराज के प्रबंधकों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मा सौंपा। जब सारी कोशिशें बिफल हो गईं तो अब कर्मचारी नेताओं को चाय पर बुला कहा कि वो लोगों को जाकर बताएं कि व्यापमं मामले में शिवराज निर्दोष हैं। नेताओं को कर्मचारियों के संभागीय सम्मेलन आयोजित करने को कहा गया है।

यह टारगेट मंगलवार शाम ठेंगड़ी भवन में आयोजित गोपनीय बैठक में दिया गया। इसमें बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, प्रदेश मंत्री तपन भौमिक सहित विभिन्न कर्मचारी संगठनों के नेता शामिल हुए।

मुख्यमंत्री के सलाहकार शिव चौबे, तपन भौमिक और मप्र राज्य कर्मचारी संघ के पूर्व महामंत्री रमेश शर्मा ने फोन पर कर्मचारी नेताओं को चाय-नाश्ते के बहाने इकठ्ठा किया था। बैठक शाम करीब 5:30 से 7 बजे तक चली।

यहां कर्मचारी नेताओं को 'व्यापमं भ्रम और वास्तविकता' पुस्तक भी दी गई। यह पुस्तक विजन पब्लिकेशन भोपाल से प्रिंट हुई है और स्वर्णिम भारत मंच अंकपात मार्ग उज्जैन प्रकाशक है।

बैठक में किसने क्या कहा
-शिव चौबे ने मुख्यमंत्री चौहान की साफ-सुथरी छवि प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि चौहान ने ही राज्य को बीमारू से विकसित राज्य बनाया है। वे कर्मचारी हितैषी हैं और संवेदनशील हैं। व्यापमं का पूरा सच वे खुद सामने लाए हैं। चौबे ने यही सच्चाई जनता के सामने लाने को कहा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी संगठनों से अपेक्षा है कि वे लोगों को व्यापमं की हकीकत बताएं।

- अरविंद मेनन ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति की बातों को कितनी तवज्जो दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों पर आपराधिक प्रकरण बनता है, लेकिन यह ठीक नहीं है कि जी चाहे उस पर आरोप लगाकर प्रकरण दर्ज करा दिया जाए। मेनन ने कांग्रेस सरकार में हुए घपलों-घोटालों की ए से जेड तक की सूची गिना दी।

- तपन भौमिक ने कर्मचारी नेताओं को सलाह दी कि वे सभी संभाग स्तर पर कर्मचारियों के सम्मेलन बुलाएं। जिनमें मुख्यमंत्री को भी आमंत्रित किया जाए। इन सम्मेलनों के माध्यम से प्रदेश के कर्मचारी और फिर उनके माध्यम से आम जनता तक व्यापमं से जुड़ी सारी बातें पहुंचाएं।

- बैठक में मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक भी मुख्यमंत्री की तारीफ के पुल बांधने से खुद को नहीं रोक पाए। उन्होंने कांग्रेस शासन काल की हकीकत सामने रखते हुए कहा कि वर्ष 1987 में नियम ़िवद्घ आदेश हो जाते थे।

बैठक में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश तिवारी, महामंत्री केपी सिंह, पूर्व महामंत्री सुल्तान सिंह शेखावत आदि कर्मचारी नेता उपस्थित थे।

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इनका कहना है
भारतीय मजदूर संघ ने कर्मचारियों को चाय पर बुलाया था। इस दौरान कर्मचारियों से व्यापमं मामले को लेकर भी चर्चा हुई। कुछ कर्मचारियों को व्यापमं भ्रम और वास्तविकता नाम पुस्तिका भी दी गई।
तपन भौमिक, प्रदेश मंत्री, बीजेपी

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