भोपाल। व्यापमं घोटाले में 196 नए फर्जी डॉक्टर मिले हैं। फिलहाल ये सभी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं और अस्पतालों में जूनियर डॉक्टर के रूप में प्रेक्टिस भी।
गौरतलब है कि वर्ष 2006 से 2012 तक के ऐसे परीक्षार्थी जिन्होंने अपने नाम पर किसी और को परीक्षा में बैठाया था, उन्हें चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने वर्ष 2014 में मेडिकल कॉलेजों से बाहर कर दिया था। कई स्तरों पर इनकी जांच कराने के बाद यह निर्णय लिया गया। इसके बाद ये परीक्षार्थी हाईकोर्ट चले गए। कोर्ट ने इन परीक्षार्थियों का पक्ष सुने जाने के निर्देश दिए थे। इसके चलते व्यापमं ने इनकी दोबारा जांच कराई है। व्यापमं के डायरेक्टर तरुण कुमार पिथौरे का कहना है कि सभी परीक्षार्थियों को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस के माध्यम से उनसे जवाब मांगा था। परीक्षार्थियों के जवाब व्यापमं के पास आ गए हैं। उनके जवाब के मुताबिक उनकी रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट जल्द ही शासन को भेजी जाएगी।