RTO आफिस पर पुलिस का पहरा: छिंदवाड़ा से जुड़े तार

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। चोरी के वाहनों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराने के मामले में बालाघाट जिले का परिवहन कार्यालय में पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। कोतवाली पुलिस थाना के निरीक्षक आशीष सप्रे के अनुसार एक चार की गार्ड तैनात की गई है तैनात सशत्र बल कार्यालय के प्रवेश दार से लेकर कम्प्यूटर कक्ष तक रिकार्ड रूम की सुरक्षा कर रहा है। 

गत रविवार को पुलिस बल रिकार्ड रूम में सबुत जुटाने के लिये पहुंची पुलिस ने रिकार्ड रूम को भी लाक कर दिया है तथा कार्यालय के किसी भी कर्मचारी को रिकार्ड रूम में प्रवेश ना करने एवं बिना अनुमति के ना खोलने के निर्देश दिये हैं। नगर निरीक्षक आशीष सप्रे ने बताया की पुलिस द्वारा परिवहन कार्यालय से जप्त किये गये दस्तावेजों के अनुसार अभी तक 134 वाहनों की बालाघाट से एनओसी जारी की गई है जिसका पुलिस सत्यापन करवायेगी इसी तरह अन्य राज्यों के परिवहन कार्यालय से प्राप्त एनओसी को भी जांच के दायरे में लिया गया है। 

चूंकि परिवहन कार्यालय का पूरा रिकार्ड कम्प्युटराईज्ड होने के कारण सायबर सेल दारा जांच कराई जा रही है। जांच में जो खुलासे हो रहे हैं उनके संबंध में निलंबित प्रभारी आर.टी.ओ. आर.डी. दक्ष और लिपिक रामप्रसाद गौंड से पूछताछ की जा रही है। बालाघाट में उजागर हुये वाहनों के पंजीयन के फर्जीवाडे के मामलों के तार छिंदवाडा से जुडे होने की जानकारी प्राप्त हुई है। 

छिंदवाडा सिटी कोतवाली के नगर निरीक्षक दिनेष बढई दारा इसी तरह के मामलों की जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि बालाघाट आरटीओ में फर्जी कागजातों के आधार पर वाहनों का पंजीयन करवाकर आरटीओ एजेन्ट दारा छिंदवाडा में विक्रय कर दिया गया जिसकी जानकारी मिलने के बाद छिंदवाडा पुलिस ने इस मामले की जांच पडताल प्रारंभ की है।

कल जिले की भरवेली पुलिस ने इसी तरह के एक वाहन के फर्जीवाडा मामले में आरटीओ एजेन्ट पप्पु शर्मा को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। कोतवाली पुलिस ने 5 दिन की रिमांड के बाद बालाघाट के मुख्य न्यायायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय में पेश किया था।

कल ही नये परिवहन अधिकारी के रूप में सिवनी के एआरटीओं संतोष पाल ने बालाघाट जिला परिवहन कार्यालय का प्रभार संभाल लिया है। संतोष पाल के पास सिवनी के अलावा नरसिंगपुर का भी प्रभार सौंपा गया है।

बालाघाट और छिंदवाडा में वाहनों के फर्जीवाडा के मामलों के साथ सिवनी में भी फर्जी रजिस्टेशन कराये जाने के मामले उजागर होने लगे हैं। बालाघाट के आरटीओ और 1 बाबु की गिरफतारी से सिवनी के आरटीओे कार्यालय में भी हडकंप मच गया है। पुलिस सुत्रों से मिली जानकार के अनुसार वर्ष 2008 में लगभग 2 दर्जन वाहनों के फर्जी रजिस्टेशन किये जाने की शिकायत दि. 30 जनवरी 2014 को पुलिस महानिदेशक से की गई थी। 

जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की तो तत्कालिन एआरटीओ सुभाष सोना सेवानिवत ने सिवनी जिले के बंडोल थाने में शिकायत दर्ज करा दी की उक्त वाहनों की फाईले कार्यालय से गुम हो गई है। पुलिस महानिदेशक महोदय ने सिवनी के तत्कालिन एस.पी. बी.पी. चंद्रवंशी को जांच के निर्दश दिये थे। एस.पी. चंद्रवंशी ने सिवनी के एसडीओपी संजीव उईके को इस मामले की जांच का दायित्व सौपा था। 

जब एसडीओपी उईके ने एआरटीओ कार्यालय में पहुंचकर वर्ष 2008 में एआरटीओ गुलाब चैहान के पदस्थी के दौरान सिवनी में लगभग 25 ट्रक कार सहित अन्य वाहनों के फर्जी रजिस्टेशन कराये गये थे इन वाहनों में कई चोरी के बताये गये हैं इनमें से कुछ बालाघाट के भी वाहन शामिल थे।

एसडीओपी उईके ने जब संबंधित वाहनों के रजिस्टेशन कराये जाने की फाईले तत्कालिन एआरटीओ सुभाष सोना से मांगी तो सुभाष सोना ने बंडोल थाना पहुंचकर उन्ही फाईलों के गुम होने रिपोर्ट दर्ज करा दी जो फाईले एसडीओपी संजय उईके ने मांगी थी। बालाघाट पुलिस सिवनी एआरटीओ कार्यालय पहुंचकर बालाघाट के कई वाहनों को फर्जी रजिस्टेश्न सिवनी में कराये गये है उसकी छानबीन करेगी।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!