भोपाल। खंडवा में इन दिनों जिले के दो बड़े अफसर कलेक्टर एवं सीएमएचओ के बीच तनातनी जारी है। अब तो मामला मीडिया की सुर्खियां भी बनने लगा है। कन्या भ्रूणहत्या रोकने के लिए सोनोग्राफी सेंटर पर ट्रैकर लगाने के मामले में दोनों अधिकारी एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं।
सीएमएचओ डॉ.आरसी पनिका ने मामले को कलेक्टर पर थोपते हुए कहा- जिला प्रशासन से अनुमति का इंतजार है। अनुमति मिलते ही ट्रैकर लगा दिए जाएंगे। वहीं कलेक्टर एमके अग्रवाल ने साफ किया कि इस मामले में सीएमएचओ बहाना बना रहे हैं। तीन महीने पहले ट्रैकर लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक सोनोग्राफी सेंटर संचालक नहीं चाहते कोई उनकी गतिविधियों पर नजर रखे। इसलिए अफसर टालमटोल कर रहे हैं।
कलेक्टोरेट में रहेगा कंट्रोल रूम
निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम कलेक्टोरेट में रहेगा। जिस पर प्रशासनिक अधिकारी भी समय-समय पर नजर रखेंगे।
संचालकों से वसूली जाएगी लागत राशि
सोनोग्राफी सेंटरों पर ट्रैकर लगाने के लिए अस्पताल प्रशासन संचालकों से लागत राशि वसूलेगा। एक मशीन पर ट्रैकर लगाने में 30 हजार रुपए खर्च होंगे।