जबलपुर। मुरैना में जिस तरह खनन माफिया का विरोध करने पर पुलिसकर्मी को मौत के घाट उतार दिया गया था। ठीक वैसा ही हमला शनिवार की रात गौर स्थित सिलुआ घाट में चार पुलिसकर्मियों पर हुआ।
यहां पुलिस को बंदूक की नोंक पर करीब दो घंटे तक बंधक बनाकर अवैध रेत से भरे 30 हाइवा खाली कर आरोपी भाग गए। बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची तो राजनीतिक दबाव दिखाकर सिर्फ 1 खाली हाइवा जब्त करा दिया गया।
सूत्रों के अनुसार शनिवार की रात करीब 1 बजे गौर चौकी प्रभारी पुष्पेंद्र पटले को ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि सिलुआ घाट में रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। सूचना पर श्री पटले, एएसआई यादव, आरक्षक व सैनिक के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के पहुंचते ही 8-10 युवकों ने पुलिस लॉरी को चारों तरफ से घेर लिया।
पहले पैसों का ऑफर देकर पुलिस को चुपचाप लौटने के लिए कहा गया, लेकिन जब बात नहीं बनी तो युवकों ने बंदूकें अड़ाकर पुलिस कर्मियों को जीप से उतरने नहीं दिया। इसी बीच दो युवकों ने दौड़कर हाइवा में बैठे ड्राइवरों को स्विच दबाकर रेत खाली करने के लिए कहा। करीब पंद्रह मिनट में सभी 30 हाइवा खाली कराकर सिलुआ तिराहे से तिलवारा की तरफ ले जाए गए।
छूटते ही फोर्स बुलाया
हाइवा जाने के बाद पुलिस को बंधक बनाने वाले लग्जरी कारों में बैठकर भाग निकले। मुक्त होने के बाद एसआई पटले ने वायरलेस सेट पर घटना की जानकारी दी, जिससे कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। रात ढाई से सुबह पांच बजे तक कई थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ सिलुआ और उसके आसपास के गांवों में सर्चिंग करते रहे।
लेकिन बाद में पुलिस अफसरों के पास रेत माफिया को संरक्षण देने वाले प्रभावशाली नेताओं के फोन पहुंच गए। सुबह होते-होते मामला रफा-दफा करने की रणनीति थाने में ही बनती रही। बाद में पड़रिया निवासी आजाद पटेल का एक खाली हाइवा एमपी 20 एचबी/ 2450 जब्त किया गया। आजाद पटेल ने हाल ही में जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा था, जिसमें वह हार गया था।
आक्रोश में पुलिसकर्मी
खनन माफिया की गुंडागर्दी का शिकार होने वाले पुलिसकर्मी आक्रोश में हैं। पुलिस कर्मियों ने मामला रफादफा होने पर जब विरोध किया तो उनका बंधक बनने का मजाक उड़ाकर अधिकारियों ने शांत रहने की हिदायत दे दी।
माइनिंग विभाग ने चेक किया स्पॉट
पुलिस की सूचना पर खनिज निरीक्षक स्नेहलता थावरे और उनकी टीम ने सिलुआ घाट पहुंचकर घटनास्थल चेक करके रिपोर्ट बनाई। पुलिस ने जब्त हाइवा भी माइनिंग विभाग के हवाले कर दिया।
अवैध रेत के खनन की सूचना पर हम स्टाफ के साथ सिलुआ घाट पहुंचे थे, एक खाली हाइवा जब्त किया गया। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने दबाव बनाने का प्रयास किया था, जिसके कारण उनके गुर्गे भाग निकले थे। पुष्पेन्द्र पटले, चौकी प्रभारी