ट्रेन में खाने से बिगड़ी तबीयत, नहीं आया डॉक्टर, हुई मौत

ग्वालियर। ट्रेन में मिलावटी खाना खाने से एक यात्री की तबीयत बिगड़ गई। एक के बाद एक कई स्टेशन गुजर गए लेकिन कोई मेडिकल हेल्प नहीं आई और अंतत: दर्द से तड़पते हुए उसने दम तोड़ दिया।

रविवार की शाम हरिद्वार से चलकर ग्वालियर आ रही उत्कल एक्सप्रेस के जनरल कोच में मेरठ कैंट स्टेशन से पुरी के लिए एक यात्री सवार हुआ। यात्री की उम्र करीब 40 वर्ष थी। ट्रेन जब गाजियाबाद के पास थी तो यात्री ने खाना खाया। ट्रेन के फरीदाबाद पहुंचने से पहले यात्री को उल्टियां होना शुरू हो गईं। वह टॉयलेट में चला गया।

इसके बाद अचानक वह टॉयलेट के पास गिर पड़ा। यात्री पेट दर्द होने की बात कहकर कराहने लगा और अन्य यात्रियों से मदद के लिए गुहार लगाने लगा। अन्य यात्रियों ने ट्रेन में मौजूद रेलवे स्टाफ को सूचना दी। सूचना पर रेलवे स्टाफ ने आगे आने वाले स्टेशनों पर मैसेज भिजवाया। ट्रेन मथुरा-ग्वालियर के बीच जिन स्टेशनों पर रुकी वहां डॉक्टर नहीं पहुंचे। इसकी वजह से यात्री दर्द से तड़प-तड़प कर बेहोश हो गया।

ग्वालियर भी सूचना दी गई तो ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर डॉ.हिमांशु शर्मा और जीआरपी-आरपीएफ स्टाफ ट्रेन पर पहुंच गए। डॉ.शर्मा ने ट्रेन में ही जब यात्री की नब्ज टटोली तब पता लगा कि यात्री की मौत हो चुकी है। इसके बाद उसके शव को ग्वालियर ही उतार लिया गया। यात्री की शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी तो उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

ठंडा पानी मांगता रहा यात्री
जीआरपी स्टाफ को अन्य यात्रियों ने बताया कि वह पेट दर्द से कराह रहा था और उसका गला भी सूख रहा था। उसे ट्रेन में ही मौजूद स्टाफ ने पानी पिलाया, लेकिन वह सभी से ठंडा पानी मांग रहा था। आगरा स्टेशन पर उसे ठंडा पानी भी पिलाया गया।

गर्मी में सफर कर रहे हैं तो यह रखें सावधानीः
गर्मी में अगर ट्रेन, बस का सफर करना पड़ रहा है तो कुछ सावधानी रखने की आवश्यकता है।
सफर से पहले भरपूर पानी पीएं और सफर में भी पानी पीते रहें।
संभव हो तो सफेद कपड़े या हल्के रंग के कपड़े पहनकर सफर करें।
खाली पेट सफर न करें, इससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है।
हल्का भोजन कर सफर करें तो बेहतर रहेगा।


#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!