भोपाल। प्रदेश की बीस हजार से ज्यादा राशन दुकानों के सेल्समैनों का कमीशन दोगुने से ज्यादा यानी करीब 10 हजार रुपए प्रतिमाह होगा। ये एक अप्रैल यानी बजट सत्र के बाद लागू होगा। दुकानें हर दिन खोलने की गरज से नए बिजनेस की तलाश भी हो रही है।
अभी राशन, खाद और बीज वितरण का जिम्मा संभालने वाले सेल्समैन का कमीशन 20 रुपए प्रति बोरे है, जो पांच हजार रुपए से ज्यादा नहीं होती। नतीजा कि महंगाई के इस दौरा में गुजारा न चलने की वजह से अनाज में अफरा-तफरी होती है। इसको लेकर विधानसभा में कई बार सवाल भी उठ चुके हैं। निकाय चुनाव के पहले खाद्य मंत्री विजय शाह ने सेल्समैनों को कमीशन 20 रुपए से बढ़ाकर दोगुने से अधिक करने का एलान किया था। सूत्रों का कहना है कि विभाग ने कमीशन करीब 60 रुपए कर दिया है, पर निकाय चुनाव की आचार संहिता के चलते आदेश जारी नहीं हो सके।
अब फिक्स दस हजार रुपए माह कमीशन देने पर विचार हो रहा है। साथ ही हर दिन राशन दुकान खोलने के लिए बिजनेस के नए रास्ते भी खोजे जा रहे हैं। पंचायत स्तर पर राशन दुकान खोलने का निर्णय भी हो चुका है। नए वित्तीय वर्ष में इसे अमलीजामा पहनाने की तैयारी है।
मनमर्जी से खुलती है दुकान
अभी राशन की दुकानें गांवों में सेल्समैन की मर्जी से खुलती हैं। एक बार में अनाज का वितरण करने के बाद सेल्समैन दुकान की तरह मुड़कर भी नहीं देखता है। इसके कारण कई हितग्राही राशन ही नहीं ले पाते हैं। जबकि, खाद्य सुरक्षा कानून लागू होने के बाद उपभोक्ता माह में कभी भी दुकान पर आकर अपने कोटे का राशन एक से अधिक बार में ले सकता है। प्रदेश सरकार तो ये व्यवस्था भी करने जा रही है कि उपभोक्ता जिले की किसी भी राशन दुकान से अपने हिस्सा का राशन ले सकता है।