पूर्वमंत्री और वकीलों के बीच संघर्ष, प्रेस काम्पलेक्स के वाहनों में तोड़फोड़

भोपाल। प्रेस कांप्लेक्स एमपी नगर जोन-1 में एक प्लाट के विवाद में पूर्व मंत्री अखंड प्रताप सिंह और ग्वालियर के वकील भिड़ गए। प्लाट पर सफाई को लेकर उनके बीच जमकर मारपीट हुई। मारपीट में दो लोग घायल हुए, जबकि वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर मुकादमा दायर किया है।

एमपी नगर पुलिस के मुताबिक ग्वालियर निवासी नितेश शर्मा और उनके भाई अभिषेक शर्मा हाई कोर्ट में वकील हैं। वर्ष 2004 में प्रेस कांप्लेक्स एमपी नगर जोन-1 स्थिति प्लाट नंबर-28 की नीलामी की गई थी। जिसे नितेश शर्मा, अंबिका प्रसाद शर्मा एवं विकास शर्मा ने संयुक्त रूप से प्यारे मियां से वर्ष 2006 में 28 लाख रुपए में खरीद लिया था।

इसी से लगे प्लॉट नंबर-27 के मालिक अखंड प्रताप सिंह के बेटे अवधेश प्रताप सिंह से उनका कब्जे को लेकर विवाद हो गया। उनका यह विवाद बाद में न्यायालय पहुंच गया। हाई कोर्ट ने नीतेश के पक्ष में फैसला देते हुए पुलिस की मौजूदगी में 11 सितंबर, 2014 में उन्हें प्लॉट पर कब्जा दिला दिया। नितेश अपने भाई अभिषेक के साथ मंगलवार सुबह प्लॉट की सफाई करने पहुंचे। इसी दौरान आखंड प्रताप अपने साथियों के साथ पहुंच गए, जहां दोनों पक्षों में जमकर हाथापाई हुई। घटना के बाद दोनों पक्ष शिकायत लेकर पुलिस थाने पहुंच गए। पुलिस ने अखंड प्रताप सिंह की शिकायत पर नितेश सहित अन्य और नितेश की शिकायत पर अखंड प्रताप सिंह पर काउंटर प्रकरण दर्ज कर लिया।

इनका कहना
हमने एक दिन पहले भी डीजीपी को अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ धमकाने की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मंगलवार को प्लॉट पर आकर पूर्व मंत्री अखंड प्रताप ने साथियों के साथ मिलकर उनसे मारपीट की। घटना के बाद हम पहले पुलिस थाने पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने हमें छह घंटे तक बैठाए रखा और पहली रिपोर्ट अखंड की शिकायत पर दर्ज की।
नितेश शर्मा, पीड़ित वकील

मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है। मैं तो टीमकमगढ़ में था। आज ही भोपाल आया और प्लॉट पर गया था। प्लॉट मेरे कब्जे में 40 साल से है। मेरी हत्या करने का प्रयास किया गया है। बमुश्किल अपनी जान बचा पाया हूं।
अखंड प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री

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