भोपाल। मप्र के इतिहास में करप्शन की कुख्यात कहानी बनकर सामने आए व्यापमं घोटाले की आंच बड़े-बड़े दिग्गजों तक पहुंच गई है। अब कांग्रेस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर भी उंगली उठा दी है। नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने ऐलान किया है कि, यदि वे झूठे साबित होंगे तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे!
नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने यह कहकर सनसनी पैदा कर दी है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के पर्सनल सेवक का भाई व्यापमं परीक्षा के जरिये फर्जीवाड़ा कर सरकारी नौकरी कर रहा है।
नेता प्रतिपक्ष का यह बयान रोशनपुरा चौराहे पर जवाहर भवन के सामने उस वक्त सामने आया, जब जिला कांग्रेस अध्यक्ष पीसी शर्मा व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच सहित अन्य 7 मांगों को लेकर 25 घंटे के उपवास से उठ रहे थे।
मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं
नेता प्रतिपक्ष ने व्यापमं घोटाले और माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता राष्ट्रीय विवि में फर्जी तरीके से हुईं नियुक्तियों का मामला उठाते हुए कहा कि,' मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं। वे इस मामले में जहां चाहें, मैं वहां बहस करने को तैयार हूं। यदि मैं गलत साबित हुआ, तो राजनीति छोड़ दूंगा।'
सत्यदेव कटारे ने व्यापमं घोटाले पर चुटकी लेते हुए कहा है कि भागवत कथा भी 7 दिन में खत्म हो जाती है, लेकिन यह एक ऐसा घोटाला है, जिसकी कहानी 30 दिनों में भी खत्म नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री को नहीं जनता की सुध
उपवास स्थल पर मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें जनता की कोई सुध नहीं है। जिन्होंने गड़बड़ी की, वे खुलेआम घूम रहे हैं और जिन्होंने अपने बच्चों के लिए गाढ़े पसीने की कमाई भ्रष्टाचारियों को सौंप दी, वे जेल में हैं।
अरुण यादव ने कहा कि व्यापमं घोटाले में भाजपा के कई बड़े नेता फंसे हुए हैं, इसीलिए सरकार इसकी जांच सीबीआई को नहीं सौंपना चाहती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब आम आदमी और पीडि़त परिवारों के साथ मिलकर यह लड़ाई लड़ेगी।