भोपाल। एमपी नगर के फर्नीचर व्यापारी मनीष तख्तानी की हत्या भाड़े के हत्यारों ने नहीं बल्कि खुद उनकी पत्नी सपना के प्रेमी हर्षप्रीत सलूजा ने अंजाम दिया था। तीन दिनों से पुलिस को गुमराह कर रहे हर्षप्रीत ने आखिरकार अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
राजधानी पुलिस शनिवार को इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर सकती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी के कबूलनामे में कहा कि मनीष को गत मंगलवार की शाम को मोबाइल फोन पर कॉल कर पत्नी के चरित्र के बारे में खास जानकारी देने वीआईपी रोड बुलाया था। जहां वह दो पहिया वाहन से पहुंचा था, जबकि मनीष कार से आया था।
एकांत में बातचीत के बहाने वह मनीष को खानूगांव के समीप एक प्रतिष्ठित होटल के पीछे मेरिज गार्डन की तरफ ले गया। यहां बातों-बातों में वह कार की पिछली सीट पर जा बैठा। जहां से उसने मनीष पर तीन गोलियां दागकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी शव को उसी कार में लेकर गोविंदपुरा पहुंचा, यहां खंडहर में शव को जलाने की कोशिश की थी। हालांकि अधजला शव छोड़कर वह कार लेकर कस्तूरबा नगर गया,
जहां उसने कार लावारिस हालत में छोड़ कर घटनास्थल पर खड़े अपने दो पहिया वाहन से वह घर चला गया था।
किसने छोड़ा था खानूगांव ?
फिलहाल पुलिस आरोपी के कबूलनामे के बाद इस बात की जांच कर रही है कि हत्या के बाद मनीष का शव जलाने के लिए दो कुप्पियों में डीजल कौन लाया था? साथ ही वारदात के बाद वापस घटनास्थल से अपना वाहन उठाने के लिए आरोपी किसके साथ गया था। सूत्र बताते हैं कि अंजाने में आरोपी के पूर्व कर्मचारी ने यह मदद की थी, जिसे घटनाक्रम की कोई जानकारी नहीं थी।