मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बड़ी खबर आ रही है। भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी श्रीमती मंजूषा राय के घर पर जेसीबी की कार्रवाई हुई है। उनके मकान को तोड़ दिया गया है। मंजूषा का कहना है कि, जिन लोगों के साथ उनका प्रॉपर्टी विवाद चल रहा है, उन्होंने गुंडे बेचकर JCB चलवाई है, और पुलिस ने इस मामले में उनका कोई सपोर्ट नहीं किया है। लोकल प्रशासन SDM एवं दूसरे पक्ष में अभी तक इस विषय पर कोई बयान नहीं दिया है।
प्रॉपर्टी खरीदी लेकिन रजिस्ट्री नहीं करवाई
श्रीमती मंजूषा राय इस इस समय मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा विभाग में उपसचिव के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने बताया है कि दानिश कुंज कॉलोनी में 1800 स्क्वायर फीट पर उनका मकान बना हुआ है। यह मकान उनके पति ने 2010 में खरीदा था। एग्रीमेंट के समय 41 लाख रुपए दिए थे। पूरा पेमेंट कर दिया है। 2011 में मकान का आधिपत्य मिल गया था, और तभी से इस मकान में निवास कर रहे हैं। मंजूषा ने बताया कि जिस व्यक्ति से मकान खरीदा था, उसके पास नामांतरण नहीं था इसलिए रजिस्ट्री नहीं हो पाई। कुछ समय पहले जिस व्यक्ति से मकान खरीदा था उसकी भी मृत्यु हो गई।
अभी कुछ दिनों पहले विक्रेता के पुत्र ने प्रॉपर्टी का स्वयं के नाम नामांतरण करवा लिया। एग्रीमेंट के अनुसार उसे हमारे नाम रजिस्ट्री करवानी थी परंतु उसने किसी दूसरे के नाम रजिस्ट्री करवा दी। हमने इस मामले में राजस्व न्यायालय में आपत्ति भी लगाई है। इसके बावजूद विरोधी पक्ष के लोग JCB लेकर आ गए। उनके साथ 40 गुंडे थे। उन्होंने सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया और JCB से उनके मकान की बाउंड्री एवं मकान के अंदर तोड़फोड़ कर दी।
श्रीमती मंजूषा राय ने फोटो और वीडियो शेयर किए हैं। समाचार के लिखे जाने तक पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है और SDM अथवा विरोधी पक्ष की ओर से भी कोई बयान नहीं आया है।