भोपाल। इसे प्रेशर की राजनीति कहें या इत्तेफाक लेकिन मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के प्रभाव वाले गृहजिले झाबुआ से ही कांग्रेसियों ने राहुल के खिलाफ बगावत की शुरूआत कर दी है। मामला टिकिट वितरण का है।
झाबुआ की उदयगढ़ विधानसभा में राहुल गांधी के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं के फीडबेक को दरकिनार करते हुए टिकिट तय किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज जारी एक बयान में कहा है कि जब कार्यकर्ताओं को कोई तवज्जो नहीं देनी थी तो अभिमत मांगने की नोटंकी ही क्यों की। हम बगावत के इस सामुहिक बयान को जस का तस प्रकाशित कर रहे हैं जो rjayant130177@gmail.com से भोपालसमाचार.कॉम को प्राप्त हुआ। आप भी पढ़िए और फिर तय कीजिए बाकी सबकुछ:—
राहुल गांधी ने तोडा कार्यकर्ताओं का विष्वास
उदयगढ़। झाबुआ में विधायक जैवियर मेडा को सीधे काग्रेस हाईकमान द्वारा टिकट दिए जाने से ब्लाक से लगाकर जिला काग्रेस तक के कार्यकर्ता/पदाधिकारियों में भारी रोष है। ब्लाक एवं जिला पदाधिकारी इसे अपनी उपेक्षा मान रहे हैं क्योकि उन्होने जिला पंचायत अध्यक्ष एवं प्रदेष कांग्रेस सचिव सुश्री कलावती भूरिया को झाबुआ से उम्मीदवार बनाने के समर्थन में अपना मत दिया था।
गौरतलब है कि जैन तीर्थ मोहनखेडा में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी ने ब्लाक एवं जिलाध्यक्ष को विष्वास दिलाया था कि उनके द्वारा सुझाए गए व्यक्ति को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा। ब्लाक एवं जिले से जेवियर मेडा का नाम नही चलाने के बावजुद हाईकमान ने जेवियर मेडा की उम्मीदवारी तय करते हुए कलावती की उम्मीद पर पानी फेर दिया है। दो दिन पहले ही जिला एवं ब्लाक काग्रेस ने विधायक जेवियर मेडा के अभद्र व्यवहार को लेकर सामूहिक निंदा प्रस्ताव पारित किया था।
आदिवासी संगठन ने भी मांग उठाई थी कि कोई भी पार्टी धर्मांतरित व्यक्ति को अपना उम्मीदवार नहीं बनाए। उदयगढ़ ब्लाक काग्रेस अध्यक्ष कमरुभाई अजनार ने हाईकमान के फेसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राहुल गांधी आदिवासी का सम्मान नहीं कर रहे है। कार्यकर्ताओ से किए अपने वादे से भी वे पलट गए है। उन्होने सवाल उठाया कि यदि पार्टी वर्तमान विधायक को ही पूनः उम्मीदवार बनाना चाहती थी तो ब्लाक और जिले से अभिमत मांगने की नोटंकी क्यों की.......।