शिवपुरी में छिपा था आसाराम का फरार बेटा नारायण साईं

भोपाल। । बलात्कार का आरोप लगने के बाद फरार हुआ आसाराम का बेटा नारायण साईं दो दिन पहले तक शिवपुरी में छिपा हुआ था। खुफिया पुलिस ने इसका खुलासा उनकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर किया है।

सूरत पुलिस नारायण साईं की तलाश में एक शहर से दूसरे शहर भटक रही है। आसाराम के बेटे नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप है। इस सिलसिले में सूरत पुलिस ने दिल्ली के भी कई ठिकानों पर छापा मारा लेकिन अभी तक नारायण साईं पुलिस के हाथ नहीं आए हैं।

पुलिस का कहना है कि नारायण साईं ने बचने के लिए अब तक 17 सिम का इस्तेमाल किया है। वो बार-बार सिम और अपने रहने का ठिकाना बदल रहे हैं। एक बार फिर ये आशंका जताई जा रही है कि नारायण साईं नेपाल के काठमांडू जा चुके हैं।

पुलिस की मानें तो नारायण साईं दो दिन पहले मध्यप्रदेश के शिवपुरी में थे। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस यानि नारायण के मोबाइल पर नजर रख रही पुलिस के मुताबिक उनकी आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा पर थी लेकिन जब तक पुलिस उन तक पहुंचती नारायण साईं गायब हो गए।

पुलिस की मानें तो नारायण साईं अब तक 17 सिम तोड़ चुका है। ये सारे सिम कार्ड मध्यप्रदेश से खरीदे गए थे। पुलिस के मुताबिक नारायण साईं एक बार एक नंबर से बात करता है फिर उस सिम को तोड़ देता है। इसलिए पुलिस लगातार एक नंबर पर नजर नहीं रख पा रही है। इसलिए सूरत पुलिस अब अपने मुखबिरों के भरोसे है और ऐसे ही एक मुखबिर ने पुलिस को बताया की नारायण साईं इस वक्त दिल्ली में छिपे हो सकते हैं।

दिल्ली पुलिस की मदद से सूरत पुलिस ने बुधवार को दिल्ली के नजफगढ़, रोहिणी और जाफरपुर कलां में नारायण साईं के ठिकानों पर छापा मारा। सूत्रों का कहना है कि नारायण की तलाश में सूरत पुलिस ने आसाराम के आश्रम की खाक भी छानी लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो दिल्ली से भी उसके हाथ नारायण साईं का कोई सुराग नहीं लगा है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक नारायण साईं के नेपाल भागने की आशंका ज्यादा है। नारायण साईं के खास सेवक मोहित की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को ऐसे सुराग मिले हैं कि नेपाल के एक बैंक से कई बार पैसों का लेनदेन किया गया है। इस लेनदेन की रकम काफी बड़ी थी। पुलिस को आशंका है कि ये लेनदेन नारायण साईं की मदद के लिए किया गया था।

सूरत से एक पुलिस टीम बिहार भी पहुंची है। सूरत की दो बहनों में से छोटी बहन ने आरोप लगाया था कि नारायण साईं ने उसके साथ बिहार के मधुबनी के आश्रम में बलात्कार किया था। छोटी बहन के आरोप के मुताबिक मधुबनी के आश्रम में ये शिविर 2003 में लगा था। सूत्रों की मानें तो मधुबनी के एसपी ने इस शिविर की पुष्टि भी की है। सूरत पुलिस अब इस बात की पुष्टि करेगी कि आखिर इस शिविर में और कौन-कौन लोग आए थे।

पुलिस के सूत्रों की मानें तो मधुबनी से सूरत पुलिस की ये एक टीम नेपाल भी जाएगी। पुलिस की इस टीम के जिम्मे नारायण साईं को तलाश करने का काम तो है ही। इसके अलावा वो सूरत की छोटी बहन के लगाए गए आरोपों की सच्चाई की तलाश भी करेगी। इस छोटी बहन का कहना है कि नारायण साईं के शिविर में वो नेपाल भी गई थी।

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