उदयगढ़। जिला पंचायत आलीराजपुर ने 15 जुलाई को ग्राम पंचायतो में पदस्थ सचिवों का एक से दूसरे विकासखण्ड़ में स्थानान्तरण करते हुए सात दिनो में आदेश का पालन करने के निर्देश दिए थे।
दो माह बित जाने के बाद तक उदयगढ़ विकासखण्ड़ से स्थानान्तरित पांच ग्राम पंचायतो के सचिवों ने आदेश का पालन नहीं किया है और वे अब तक यथावत बने रह कर कार्यरत् हैं। सुत्रों के मुताबिक ये लोग स्थानान्तरण रुकवाने अथवा स्थान परिवर्तन की जोर आजमाईश में लगे हैं।
इनका हुआ है स्थानान्तरण
विकासखण्ड़ की ग्राम पंचायत जाम्बुखेडा के सचिव ठाकूरसिंह का ग्राम पंचायत फाटा (आलिराजपुर), धामन्दा सचिव मगनसिंह सिंगाड़ का दरखड़ (कट्ठीवाड़ा), वेगलगांव बडी सचिव हनिफखान का चापरिया (सोण्ड़वा), सूडी सचिव दीपसिंह मोरी का खेरवड़ (आलीराजपुर) और बोरी सचिव हीम्मतसिंह सिसोदिया का अकलवा (कट्ठीवाड़ा) स्थानान्तरण हुआ है।
तीन आदेश के बाद भी डटे हैं
खण्ड़ पंचायत अधिकारी बीएल बारिया ने बताया कि जिला पंचायत सीईओ अमरसिंह बघेल के अलावा उदयगढ़ जनपद पंचायत सीईओ बीएस रावत स्थानान्तरित सचिवों को तीन बार पत्र जारी कर चुके हैं। ग्राम पंचायत बोरी व सूडी में नए सचिव चार्ज लेने के बाद वापस पलट कर नहीं आए। ग्राम पंचायत वेगल गांव में नया सचिव चार्ज लेने के लिए चक्कर लगा रहा है जबकि ग्राम पंचायत जाम्बुखेडा और धामन्दा में चार्ज लेने के लिए अब तक कोई नया सचिव आया ही नही है। जनपद पंचायत ने वैकल्पीक व्यवस्था करते हुए 5 सितम्बर को पुनः एक पत्र जारी किया और स्थानान्तरित सचिवो को निर्देश दिए कि रिलिव्हर नही आते हैं तब भी वे समीप की ग्राम पंचायत के सचिव को अविलम्ब सम्पूर्ण प्रभार सोपे।
नियमविरुद्ध बने सचिवों को बर्खास्त करने की मांग
जनपद उपाध्यक्ष नरसिंह चौहान ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत धामन्दा में सरपंच रहते डुंगरसिंह सिंगाड़ ने अपने पुत्र मगनसिंह सिंगाड़ को सचिव बनाया। वर्तमान में भी यंहा पिता सरपंच व पुत्र सचिव है। एसे ही ग्राम पंचायत जाम्बुखेड़ा में ठाकूरसिंह की नियुक्ति उसकी भाभी ने सरपंच रहते की और वर्तमान में ठाकूर का बडा भाई कुवरसिंह सरपंच है। गौरतलब है कि दो दशको से इन दोनो पंचायतो में सरपंच पद पर एक ही परिवार का कब्जा है। कार्य में लापरवाही के आरोप में मगनसिंह और ठाकूरसिंह लम्बे समय तक निलम्बीत भी रहे है और बाद इसी स्थान पर बहाल कर दिए गए। जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा जिला महामंत्री मांगीलाल चौहान ने उक्त दोनो पंचायत सचिवो के कार्यकाल की जांच और इनकी बर्खास्तगी की कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से मांग की है।