सीहोर। सोमवार को जिला अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों के घरों पर लगे बोर्ड पर प्रशासन द्वारा जेसीबी मशीन चलवा दी गई। डॉक्टरों को साफ तौर पर कहा गया है कि प्रेक्टिस करनी है तो शासन के निर्धारित मापदंड पर की जाए, किसी प्रकार के क्लीनिक बनाकर प्रेक्टिस करने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को रमजान और श्रावण मास पर्व को देखते हुए जिला कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक में इस बात की शिकायत की गई कि जिला अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक अस्पताल में तो आते नहीं है बल्कि अपने घरों पर बड़े बड़े क्लीनिक चला रहे है।
व्यवसाइक प्रतिष्ठानों की भांति बड़े बड़े बोर्ड लगा रखे है जिससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। शांति समिति की बैठक में इस शिकायत को सुनकर जिला कलेक्टर ने तुरंत ही छापामार कार्रवाई करने के निर्देश दिए बैठक में मौजूद जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.टीएन चतुर्वेदी और सीएमओ आफिस में पदस्थ डॉ. गुप्ता को एसडीएम और एडीएम के साथ कार्रवाई के लिए भेजा, इस दल में एसडीपीओ अवनीश बंसल और नगर पालिका का अमला भी था। जेसीबी मशीन को भी बुला लिया गया।
जिला अस्पताल के पीछे रहने वाले चिकित्सकों के घरों के बाहर लगे बड़े बड़े बोर्ड जेसीबी मशीनों से हटवा दिए गए करीब आधा दर्जन से भी अधिक चिकित्सकों के घरों के सामने से बोर्ड हटाए गए। करीब एक घंटे तक चली इस कार्रवाई से जिला अस्पताल परिसर के पीछे हड़कंप की स्थिति बनी रही सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों से आए मरीजों को उठाना पड़ी।
बाद में जिला प्रशासन द्वारा सभी चिकित्सकों को दिशा निर्देश जारी किए गए है कि जिला अस्पताल में ओपीडी में सुबह और शाम को नियमित रुप से अपनी सेवाएं अवश्य प्रदान करें इसके अलावा शासन द्वारा प्राइवेट प्रेक्टिस के लिए जो मापदंड निर्धारित किए गए उनका पालन जरुर करें जिसमें उल्लेखित किया गया है कि अस्पताल समय के बाद घर पर प्रेक्टिस की जा सकती है पर प्राइवेट क्लीनिक बनाकर प्रेक्टिस करते हुए पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।