भोपाल। राजधानी से महज 85 किलोमीटर दूर विदिशा में 17 फरवरी को होने जा रहे कांग्रेस के महासम्मेलन में दो लाख कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जुटाने की कवायद चल रही है। इसमें विदिशा के आसपास स्थित भोपाल, रायसेन, राजगढ़ एवं सीहोर के कांग्रेसियों को बुलाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने मिशन-2013 को फतह करने और भाजपा सरकार की विफलताओं को जनता के बीच ले जाने के लिए प्रदेश कांग्रेस का तीसरा संभागीय महासम्मलेन 17 फरवरी को दोपहर 12 बजे विदिशा में होगा। इस महासम्मेलन में भोपाल संभाग के विदिशा, भोपाल, राजगढ़, सीहोर और रायसेन जिलों के दो लाख से अधिक लोग भाग लेंगे।
यह जानकारी आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागार में इन पांचों जिलों के कांग्रेस विधायकों, पार्टी के पदाधिकारियों, मोर्चा संगठनों के प्रतिनिधियों और जिला प्रभारियों एवं प्रदेश पदाधिकारियों आदि की एक विशेष बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद कांतिलाल भूरिया ने दी।
उन्होंने बताया कि विदिशा का महासम्मेलन रीवा और सागर संभाग के सम्मेलन से अधिक बड़ा और प्रभावशाली रहेगा। महासम्मेलन के संचालन के लिए पूर्व मंत्री एवं विधान सभा के उपाध्यक्ष हरवंशसिंह की अध्यक्षता में एक महासम्मेलन संचालन समिति भी गठित की जा रही है।
इस विशेष बैठक में विदिशा महासम्मेलन को लक्ष्य के अनुरूप सफल और प्रभावशाली बनाने के लिए विधायकों, पूर्व मंत्रियों, पार्टी के जिलाध्यक्षों और ब्लाक अध्यक्षों तथा कांगे्रस के मोर्चा संगठनों के पदाधिकारियों ने सुझाव रखें। बैठक में तय किया गया कि महासम्मेलन के लिए पीसीसी द्वारा जिलों को जो लक्ष्य दिया जाएगा, उससे अधिक संख्या में लोग विदिशा पहुंचेंगे।
इसके अलावा अगले पांच दिनों में महासम्मेलन में पांचों जिलों की भागीदारी के बारे में रूपरेखा को अंतिम रूप देने का निर्णय भी लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए श्री भूरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर कांग्रेसी की मां है। जो मां के साथ गद्दारी करेगा, उसको बिना देर किये पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
मिशन-2013 की सफलता और पार्टी की मजबूती के लिए सख्त फैसले लेने और कड़े कदम उठाने के लिए हाई कमान ने उनको अपनी ओर से अनुमति दे दी है। आपने कहा कि कांग्रेस है, तो हम हैं। कांग्रेस के बिना कांग्रेसियों का होना न होना बराबर है।
उन्होंने कहा कि विदिशा का महासम्मेलन कई अर्थ में अधिक महत्वपूर्ण है। यहां के संभागीय महासम्मेलन का राजनीतिक संदेश बहुत दूर तक जाएगा और इसकी सफलता 2013 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की पुनः सत्ता में वापसी सुनिश्चित करेगी। आपने कहा कि प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में विधान सभा चुनाव को लेकर जो उत्साह है उसके बल पर यह सुनिश्चित है कि अगले विधान सभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। जनता भी सत्ता परिवर्तन के लिए मन बना चुकी है।
श्री भूरिया ने कांग्रेसजनों से आग्रह किया कि वे एक-दूसरे को नीच दिखाने और दिखावे वाली कार्यशैली से दूर रहें। ऐसी कार्यशैली पार्टी के साथ-साथ खुद नेता और कार्यकर्ता को भी कमजोर करने का कारण बनती है। आपने कहा कि कांग्रेसी स्वयं को किसी कदर कमजोर न मानें, अपने आत्मविश्वास को बनाये रखें और निष्ठा के साथ पार्टी के लिए काम करें। पार्टी उनके काम का मूल्यांकन कर समुचित अवसर देने में पीछे नहीं रहेगी।
बैठक में विधायक आरिफ अकील और हेमराजसिंक कल्पोनी, पूर्व मंत्री वीरसिंह रघुवंशी, रघुवीरसिंह सूर्यवंशी, नगर निगम के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष पी.सी. शर्मा, भोपाल ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष अवनीश भार्गव, प्रदेश सचिव शशांक भार्गव, युवा कांग्रेस भोपाल लोकसभा क्षेत्र उपाध्यक्ष मोनू सक्सेना, विदिशा के जिलाध्यक्ष डा. मेहताबसिंह, रायसेन के जिलाध्यक्ष मुमताज भाई तथा महिला कांग्रेस ग्रामीण की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा तोमर आदि ने भी अपने विचार रखें। बैठक का संचालन संगठन प्रभारी महामंत्री रवि जोशी ने किया।
इस अवसर पर मीडिया विभाग के अध्यक्ष मानक अग्रवाल, प्रशासनिक कार्य प्रभारी एवं कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल, उपाध्यक्ष श्रीमती आभासिंह, महामंत्री सुनील सूद और डा. शशि राजपूत, संगठन प्रभारी सचिव राजेन्द्र गेहलोत, सचिव रवि सक्सेना, प्रभारी सचिव विकल्प डेरिया, प्रवक्तात्रय जे.पी. धनोपिया, अभय दुबे तथा त्रिलोक दीपानी और पूर्व महापौर श्रीमती विभा पटेल तथा अशोक जैन भाभा भी उपस्थित थे।