भोपाल, 26 दिसंबर 2025: राजगढ़ डकैती कांड में कुछ नए खुलासे हुए हैं। सराफा बाजार में पुलिस का पॉइंट था लेकिन वारदात से थोड़ी देर पहले ही पुलिस वाले पॉइंट छोड़कर चले गए थे। इसके अलावा पुलिस के साथ डकैतों का पीछा करने वाले एक युवक ने बताया कि, बदमाश बेहद बेखौफ नजर आ रहे थे, जबकि पुलिसकर्मी डरे हुए दिखाई दे रहे थे। यदि राजगढ़ डकैती कांड के बारे में नहीं पता तो यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। यह पूरा मामला राजगढ़ पुलिस की पोल खोलता है।
शहर में डकैती पड़ी थी और पुलिस अलाव ताप रही थी
राजगढ़ के पत्रकार श्री राजेश गरवाल की एक रिपोर्ट के अनुसार घटना के समय, रात 2:00 बजे, जब पुलिस को गश्त पर होना चाहिए था तब झांसी वाली रानी चौराहे पर अलाव ताप रहे थे। पत्रकार से बातचीत के दौरान एक पुलिसकर्मी ने माना कि पुलिसकर्मियों की गलती के कारण ही इतनी बड़ी वारदात हो गई। इस दौरान यह भी खुलासा हुआ कि, सराफा जैसे हाई सिक्योरिटी पॉइंट पर एक नए आरक्षक की ड्यूटी लगाई थी और उसके साथ सिर्फ एक होमगार्ड था। वह भी नया था।
घटना स्थल से पुलिस थाने की दूरी केवल आधा किलोमीटर थी
पत्रकार श्री राजेश गरवाल की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है की घटना के दूसरे दिन 25 दिसंबर को जब उन्होंने पुलिस की सिक्योरिटी चेक की तो पता चला कि ना तो पेट्रोल नहीं हो रही थी और ना ही अपने पॉइंट पर पुलिस मौजूद थी। बदमाशों ने करीब रात 3 बजे से 3:45 बजे तक पूरे इलाके में बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दिया। जबकि घटनास्थल से पुलिस थाने की दूरी केवल आधा किलोमीटर थी।
एसपी अमित तोलानी का बयान
पत्रकारों से बातचीत में एसपी अमित तोलानी ने डायल 112 पुलिसकर्मियों की लापरवाही से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के 10 मिनट के अंदर ही डायल 112 मौके पर पहुंच गई थी। आईजी के दौरान की थकान जैसी भी कोई बात नहीं है। आईजी तो मोटिवेट करने आते हैं। डायल 112 ने आरोपियों की तलाश की, लेकिन वे बाइक पर थे और मौका देखकर पतले रास्तों से फरार हो गए।
सिर्फ एक सवाल
यह जांच का विषय हो सकता है कि पुलिस को कितने बजे सूचना मिली और पुलिस कितने बजे घटनास्थल पर पहुंची। घटनास्थल पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या कितनी थी और क्या उनके पास हथियार थे। लेकिन एक सवाल अभी भी उपस्थित है कि पुलिस अपने पॉइंट पर क्यों नहीं थी?
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